वाराणसी: शिव की नगरी काशी में इन दिनों कान्हा की मूर्तियों की धूम है. अलग-अलग तरीके की मूर्तियां बाजार में है. लेकिन बड़ी बात यह है कि मूर्तियों में एक खास मूर्ति भी शामिल है, जिसे काशी की कला गुलाबी मीनाकारी से तैयार किया गया है. जी हां चांदी को पूजन में शुभ माना जाता है और गुलाबी मीनाकारी चांदी के ऊपर तैयार की जाती है. बता दें कि इस बार जन्माष्टमी पर गुलाबी मीनाकारी के लड्डू गोपाल और राधा कृष्ण की मूर्तियों की मांग ज्यादा दिखाई दे रही है.
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गुलाबी मीनाकारी के लड्डू गोपाल की धूम
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महादेव की नगरी में हर हर महादेव के साथ जय श्री कृष्णा का भी उद्घोष सुनाई दे रहा है.काशी कृष्णमय हो चुकी है. जन्माष्टमी की झांकी सजाने के लिए लोग आकर्षक डिजाइन वाले गुलाबी मीनाकारी के कृष्ण भगवान को भी खूब पसंद कर रहे हैं. इस बारे में नेशनल अवार्ड विजेता कुंज बिहारी ने बताया कि घरेलू बाजार के साथ ही गुलाबी मीनाकारी के सामानों की अंतरराष्ट्रीय मांग बढ़ गई है, इस वजह से जन्माष्टमी पर भी लड्डू गोपाल, राधे कृष्ण की मूर्तियों की मांग हो रही है. इसके अलावा भगवान के आभूषण और जन्माष्टमी की झांकी सजाने में भी हाथी, घोड़ा, मोर और तोता जैसे अन्य गुलाबी मीनाकारी के उत्पादों की डिमांड है.पीएम के साथ से बढ़ रहा है मान
गौरतलब हो कि, पीएम मोदी अपने खास मेहमानों को उपहार में वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट और जी आई टैग वाले उपहार देते हैं. जिनमें काशी की गुलाबी मीनाकारी भी शामिल है और इन उत्पादों की मांग बढ़ने से महिला हस्तशिल्प की आर्थिक मजबूती भी हो रही है.
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