वाराणसी: महादेव की नगरी काशी तो हमेशा बम बम करती है. लेकिन बात यदि सावन की हो तो, सावन में काशी की छटा अद्भुत हो जाती है. यहां हर ओर जहां फिज़ाओ में हर-हर महादेव बोल बम के नारे गूंजते हैं. तो वही, पूरी काशी केसरिया रंग से सराबोर होती है.
क्योंकि भोले के भक्त केसरिया रंग के पारम्परिक वस्त्रों को धारण कर भगवान की आराधना करते हैं. खास बात यह है कि समय के साथ भक्त परंपरागत वेशभूषा के साथ-साथ आधुनिक रंगों में सराबोर होकर भगवान की भक्ति करने के लिए तैयारी कर रहे हैं. भक्तों की डिमांड को देखकर बाजार भी आधुनिक तरीके से सजे हुए है.जहां कांवड़िया फैशन ख़ूब ट्रेंड कर रहा है.
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लगभग 60 लाख की संख्या में आएंगे श्रद्धालु: विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि इस बार सावन माह में काशी लगभग 60 लाख से अधिक भक्त आ सकते हैं. काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद साधारण दिनों में एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु व अवकाश के दिनों पर या अन्य साधारण त्योहार पर लगभग 3 लाख श्रद्धालु आते हैं. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि लगभग 6 लाख भक्त प्रत्येक सोमवार बाबा के दरबार मे हाज़िरी लगा सकते हैं. भक्तो के आगमन को देखते हुए मंदिर प्रशासन के द्वारा सारी व्यवस्थाएं की जा रही है.
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