वाराणसी: आज से सावन के पावित्र महीने की शुरुआत हो गई है. बाबा विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. गुरुवार को एक बड़ा हादसा टल गया. बांस फाटक के पास एक जर्जर मकान का छज्जा सुबह भरभरा कर गिर गया. इसी जगह भक्तों की लंबी लाइन भी लगती है.
इस हादसे को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है. इस घटना से सावन महीने में यहां लगने वाले मेला क्षेत्र में नगर निगम की तैयारियों और सतर्कता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. लोगों ने बताया कि जिस जर्जर मकान का छज्जा सड़क पर गिरा है, उसमें एक बुजुर्ग रहते थे. वह दिन भर पानी गिराते रहते थे. मकान का एक हिस्सा लगभग एक हफ्ते पहले गिरा था. उसके बाद भी नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी कोई ध्यान ही नहीं दे रहे हैं.
यह भी पढ़ें: आज से सावन मास शुरू, ऐसे करें भगवान शिव की पूजा
लोगों ने बताया कि किसी को कोई चोट नहीं आई, जब छज्जा गिरा तो श्रद्धालु वहां मौजूद नहीं थे. छज्जे के नीचे ही श्रद्धालुओं की लाइन लगती है. इसलिए बाबा विश्वनाथ के मंदिर के सभी रास्तों पर नगर निगम को सतर्कता बरतनी चाहिए.
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सावन से पहले ही निर्देश दिया था कि श्रीकाशी विश्वनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं के मार्ग में प्रकाश, साफ-सफाई सहित अन्य सारी व्यवस्थाऐं पूरी तरह से दुरुस्त रहें. इसके बावजूद इस तरह का हादसा नगर निगम की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े करता है. वहीं, नगर निगम दावा करता रहता है कि शहर के जर्जर भवन चिह्नित हैं. जर्जर भवनों के चलते कोई हादसा न हो इसके लिए मुकम्मल तैयारियां की गई हैं. लेकिन इस घटना ने नगर निगम के खोखले दावों की पोल खोल दी है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप