वाराणसी: काशी से काश्मीर (अनन्तनाग, मार्तंड तीर्थ) एवं अन्य तय कार्यक्रम के लिए वाराणसी से अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय महामन्त्री एवं काशी तीर्थ पुरोहित सभा के कार्यवाहक अध्यक्ष पं.कन्हैया लाल त्रिपाठी के नेतृत्व में तीर्थ पुरोहितों का दल कश्मीर रवाना हुआ है.
कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद वहां के मंदिरों, संतों व तीर्थ पुरोहितों की वास्तविक स्थिति का जायजा लेने के लिए मंगलवार को अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा का पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल जम्मू-कश्मीर के दौरे पर रवाना हुआ.
दरअसल लगभग 1 महीने पहले ही वाराणसी से तीर्थ पुरोहित के एक दल ने कश्मीर जाने के लिए जम्मू के राज्यपाल को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की थी. जिस पर जवाब आने के बाद मंगलवार को वाराणसी से तीर्थ पुरोहित का एक दल कश्मीर के लिए रवाना हो गया है. आज इस ग्रुप में पांच सदस्य रवाना हुए. जबकि शेष 11 सदस्य महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक के नेतृत्व में 13 व 14 जुलाई को विभिन्न प्रान्तों के प्रतिनिधियों के साथ पहुंचेंगे.
दौरे पर गए तीर्थ पुरोहितों को राज्य सरकार ने सुरक्षा की पूर्ण गारंटी दी है. इस संबंध में उपराज्यपाल के यहां से पत्र भी मिल चुका है. महासभा के प्रतिनिधि भी उनके कार्यालय से संपर्क बनाए हुए हैं. दौरे का मुख्य उद्देश्य कश्मीर में तीर्थ पुरोहितों की समस्याएं, तीर्थों की स्थिति का आकलन करके यहां के उपराज्यपाल से मुलाकात करके उनको वास्तविक स्थिति से अवगत कराना है.
14 जुलाई को श्रीनगर पहुंचकर 15 जुलाई को अनंतनाग में तीर्थ पुरोहित पूजा-अर्चना करेंगे. फिर कश्मीर के पंडितों और पुरोहितों के साथ बैठक करेंगे. 16 जुलाई को खीर भवानी मंदिर में पूजन करेंगे और वहां की परिस्थितियों का जायजा लेंगे. 17 जुलाई को गवर्नर से मुलाकात करके कश्मीरी पंडितों और पुरोहितों की समस्याओं की एक रिपोर्ट सौपेंगे. प्रतिनिधिमंडल के साथ शारदा सर्वज्ञ पीठ कश्मीर के शंकराचार्य स्वामी अमृतानंद देव चक्रतीर्थ भी रहेंगे.
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