वाराणसी: विश्व आत्महत्या निवारण दिवस (World Suicide Prevention Day) 10 सितम्बर को मनाया जाता है. इस दिन विशेष रूप से मानसिक स्वस्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है. डॉ. शिवांगी श्रीवास्तव ने बताया कि कोई भी मानसिक अस्वस्थता (mental illness) का शिकार हो सकता है. एकाकी होने, आर्थिक तनाव, घरेलू कलह, मानसिक विकार के कारण लोग आत्महत्या करते हैं.
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डॉ. शिवांगी ने कहा कि भारत के कई राज्यों में जैसे पंजाब, श्रीनगर, उड़ीसा, महाराष्ट्र, जयपुर एवं यूपी के कई जिलों में मानसिक स्वस्थ्य को लेकर मुफ्त अभियान चलाया जा रहा है. हमारा मुख्य उद्देश्य है कि लोग शारीरिक स्वास्थ्य से ऊपर मानसिक स्वास्थ्य को रखें. बच्चों का मन कोमल होता है. उनके कोमल मन को समझ पाना कठिन होता है. कुछ व्यावहारिक लक्षण होते हैं, जिसे समझ पाना मुश्किल होता है. इसे रेड प्लेक्स सिम्टम कहते हैं.
यही रेड प्लेक्स सिम्टम उनके परिवार, टीचर या कोई भी सदस्य समझ ले तो बच्चों को सुसाइड जैसी स्थिति से बाहर निकाला जा सकता है. सेलिब्रिटीज को भी अपने करियर सहित तमाम प्रकार की समस्याओं की चिंता सताती रहती हैं. अगर उनके मानसिक स्वास्थ्य का इलाज नहीं किया जाता तो वो सुसाइड करने जैसा कदम उठाते हैं.