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वाराणसी: चिराग पासवान ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, BHU छात्रों ने जताया आभार - mahamana madan mohan malaviya

लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बीएचयू के कुलपति पर भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए पीएम मोदी को पत्र लिखा है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने कहा है कि चिराग पासवान युवा नेता हैं और उन्होंने सराहनीय काम किया है, जिसके लिए हम उनके आभारी हैं.

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लोक जनशक्ति पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान.
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Published : Feb 7, 2020, 1:39 PM IST

वाराणसी: लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने बीएचयू के कुलपति पर भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए कार्रवाई करने की मांग की है. चिराग पासवान ने पत्र की कॉपी मानव संसाधन विकास मंत्री को भी फॉरवर्ड की है. इस पर बीएचयू के छात्रों ने चिराग पासवान की सराहना की है.

चिराग पासवान ने पीएम मोदी को लिखा पत्र.

चिराग पासवान ने पत्र में लिखा है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति ने महामना मदन मोहन मालवीय द्वारा बनाए गए शिक्षक आवास को ध्वस्त करने की सुनियोजित योजना बनाई. यह सभी भवन सनातन धर्म वास्तु और धर्मशास्त्र के गहन अध्ययन के बाद बनवाए गए हैं, ताकि शिक्षक और गैर शिक्षण कर्मचारी सौहार्द और भाईचारे के साथ परिषद में रह सकें. महामना की वह परिकल्पना अभी तक जीवित है.

200 वृक्ष कटवाने के दिए निर्देश
पिछले वर्ष इनके जीर्णोद्धार के लिए करीब 30 करोड़ खर्च किए गए थे. विडंबना है कि हरियाली के लिए कॉलेज परिसर में जोधपुर कॉलोनी स्थित शिक्षक आवास पर बहुमंजिला भवनों का निर्माण कराया गया. इसके लिए कुलपति ने अनगिनत पेड़ कटवा दिए. वहीं प्रस्तावित बहुमंजिला भवन के लिए 200 और वृक्ष काटने का निर्देश दिया है. यह कृत्य विश्वविद्यालय परिपत्र के विरुद्ध है. इसमें व्यापक भ्रष्टाचार की आशंका है.

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पीएम को लिखा पत्र.

कुलपति को कई बार इन तथ्यों से अवगत कराया गया है, लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं निकला. चिराग ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय परिषद में कई ऐसे स्थान हैं, जहां पड़ी जमीनों पर बहुमंजिला इमारत का निर्माण कराया जा सकता है. शिक्षकों को कई वर्षों से खाली आवास का आवंटन नहीं कराया जा रहा है. उन्हें वृक्ष को काटने के एनजीटी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की भी दलील दी.

इसे भी पढ़ें- भारतीय जनता पार्टी मेरी मां और हम सब इसके बच्चे: स्वतंत्र देव सिंह

बीएचयू अपनी हरियाली के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है. वर्तमान कुलपति ने पेड़ों को काटने का निर्देश दिया है. वह पूरी तरह से विश्वविद्यालय को कंक्रीट का जंगल बनाकर जाना चाहते हैं. इस लड़ाई में हम चिराग पासवान के साथ हैं.
वैभव कुमार तिवारी, शोध छात्र, बीएचयू

बीएचयू को महामना की बगिया के नाम से भी जाना जाता है. यहां की हरियाली ही पहचान है और महामना के उद्देश्यों और वास्तु शास्त्र के हिसाब से इसका निर्माण कराया गया है. लोग कहते हैं वर्तमान कुलपति बहुत ही ज्ञानी हैं, लेकिन वह इस तरह का कार्य कर रहे हैं, जिससे उनका ज्ञान साफ झलक रहा है. हम युवा नेता चिराग पासवान को बहुत-बहुत धन्यवाद देंगे कि उन्होंने हमारी बातों को पीएम के समक्ष रखा.
आशीष मिश्रा, शोध छात्र, बीएचयू

वाराणसी: लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने बीएचयू के कुलपति पर भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए कार्रवाई करने की मांग की है. चिराग पासवान ने पत्र की कॉपी मानव संसाधन विकास मंत्री को भी फॉरवर्ड की है. इस पर बीएचयू के छात्रों ने चिराग पासवान की सराहना की है.

चिराग पासवान ने पीएम मोदी को लिखा पत्र.

चिराग पासवान ने पत्र में लिखा है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति ने महामना मदन मोहन मालवीय द्वारा बनाए गए शिक्षक आवास को ध्वस्त करने की सुनियोजित योजना बनाई. यह सभी भवन सनातन धर्म वास्तु और धर्मशास्त्र के गहन अध्ययन के बाद बनवाए गए हैं, ताकि शिक्षक और गैर शिक्षण कर्मचारी सौहार्द और भाईचारे के साथ परिषद में रह सकें. महामना की वह परिकल्पना अभी तक जीवित है.

200 वृक्ष कटवाने के दिए निर्देश
पिछले वर्ष इनके जीर्णोद्धार के लिए करीब 30 करोड़ खर्च किए गए थे. विडंबना है कि हरियाली के लिए कॉलेज परिसर में जोधपुर कॉलोनी स्थित शिक्षक आवास पर बहुमंजिला भवनों का निर्माण कराया गया. इसके लिए कुलपति ने अनगिनत पेड़ कटवा दिए. वहीं प्रस्तावित बहुमंजिला भवन के लिए 200 और वृक्ष काटने का निर्देश दिया है. यह कृत्य विश्वविद्यालय परिपत्र के विरुद्ध है. इसमें व्यापक भ्रष्टाचार की आशंका है.

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पीएम को लिखा पत्र.

कुलपति को कई बार इन तथ्यों से अवगत कराया गया है, लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं निकला. चिराग ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय परिषद में कई ऐसे स्थान हैं, जहां पड़ी जमीनों पर बहुमंजिला इमारत का निर्माण कराया जा सकता है. शिक्षकों को कई वर्षों से खाली आवास का आवंटन नहीं कराया जा रहा है. उन्हें वृक्ष को काटने के एनजीटी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की भी दलील दी.

इसे भी पढ़ें- भारतीय जनता पार्टी मेरी मां और हम सब इसके बच्चे: स्वतंत्र देव सिंह

बीएचयू अपनी हरियाली के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है. वर्तमान कुलपति ने पेड़ों को काटने का निर्देश दिया है. वह पूरी तरह से विश्वविद्यालय को कंक्रीट का जंगल बनाकर जाना चाहते हैं. इस लड़ाई में हम चिराग पासवान के साथ हैं.
वैभव कुमार तिवारी, शोध छात्र, बीएचयू

बीएचयू को महामना की बगिया के नाम से भी जाना जाता है. यहां की हरियाली ही पहचान है और महामना के उद्देश्यों और वास्तु शास्त्र के हिसाब से इसका निर्माण कराया गया है. लोग कहते हैं वर्तमान कुलपति बहुत ही ज्ञानी हैं, लेकिन वह इस तरह का कार्य कर रहे हैं, जिससे उनका ज्ञान साफ झलक रहा है. हम युवा नेता चिराग पासवान को बहुत-बहुत धन्यवाद देंगे कि उन्होंने हमारी बातों को पीएम के समक्ष रखा.
आशीष मिश्रा, शोध छात्र, बीएचयू

Intro:सर्व विद्या की राजधानी कहे जाने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय का इन दिनों विवादों से नाता बढ़ता ही जा रहा है। चाहे वह नियुक्तियों में अनियमितता व हिंदीभाषी अभ्यर्थियों संग भेदभाव का मुद्दा अभी शांति नहीं हुआ। कि ताजा मामला लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए।बीएचयू के कुलपति के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कीया। पत्र की कॉपी उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्री को भी फॉरवर्ड किया है।Body:यह है पत्र।

इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति ने महामना मदन मोहन मालवीय द्वारा बनाए गए।शिक्षक आवास को ध्वस्त करने की सुनियोजित योजना बनाई। यह सभी भवन सनातन धर्म वास्तु और धर्म शास्त्र के गाने अध्ययन के बाद बनवाए गए हैं। ताकि शिक्षक गैस शिक्षण कर्मचारी सौहार्द और भाईचारे के साथ परिषद में रह सके। अभी तक महामना कि वह परिकल्पना जीवित है। पिछले वर्ष इनके जीणोद्धार के लिए करीब 30 करोड़ की खर्च किए हैं। विडंबना यह है कि हरियाली के लिए ख्याल परिसर में जोधपुर कॉलोनी स्थित शिक्षक आवास पर बहुमंजिला भवनों का निर्माण कराया गया। इसके लिए कुलपति ने अनगिनत पेड़ कटवा दिए ।वहीं प्रस्तावित बहुमंजिला भवन के लिए 200 और वृक्ष काटने का निर्देश दिया है।यह कृत्य विश्वविद्यालय परिपत्र के विरुद्ध है। इसमें व्यापक भ्रष्टाचार की आशंका है। कुलपति कई बार इन तथ्यों से अवगत कराया गया है। लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं निकला चिराग ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय परिषद में कई ऐसे स्थान हैं। जहां बड़ी जमीनों की मौजूद है। वह मंजिला इमारत का निर्माण कराया जा सकता है शिक्षकों ने कई वर्षों से खाली आवास का आवंटन नहीं कराया जा रहा है उन्हें वृक्ष को काटने के एनजीटी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की भी दलील दी।Conclusion: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छाती मृत्युंजय तिवारी ने चिराग पासवान का आभार जताते हुए कहा। यहां आज पूरा देश ग्लोबर वार्मिंग वार्मिंग से लड़ना है। दिल्ली पूरी तरह प्रदूषित है। ऐसे में और वृक्ष लगाने चाहिए तो महा मना के इस सुंदर बगिया को जिस से हम ऑक्सीजन की फैक्ट्री कहते हैं। यहां पर 200 पेड़ों को काटने का आदेश दिया जा रहा है। 100 से ज्यादा पेड़ काटे जा चुके हैं या पूरी तरह गलत है। चिराग पासवान एक युवा नेता है उन्होंने हमारी बात प्रधानमंत्री तक पहुंचाया इसके लिए हम मिलकर उनका धन्यवाद करेंगे।

बाइट :-- मृत्युंजय तिवारी शोध छात्र बीएचयू

वैभव कुमार तिवारी का कहना है बीएचयू अपनी हरियाली के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है।ऐसे में वर्तमान कुलपति द्वारा सबसे ज्यादा पेड़ों को काटा जा चुका है और पेड़ों को काटने का निर्देश दिया गया है। वह पूरी तरह विश्वविद्यालय को कंक्रीट का जंगल बनाकर जाना चाहते हैं इस लड़ाई में हम चिराग पासवान के साथ है।

बाइट:-- वैभव कुमार तिवारी छात्र बीएचयू

आशीष मिश्रा महामना की बगिया के नाम से भी बीएचयू को जाना जाता है यहां की हरियाली ही पहचान है और महामना के उद्देश्यों और वास्तु शास्त्र के हिसाब से इसका निर्माण कराया गया है लोग कहते हैं वर्तमान कुलपति बहुत ही ज्ञानी है लेकिन वह इस तरह का कार्य करें जिससे उनकी ज्ञानिता साफ झलक रही है हम युवा नेता चिराग पासवान को बहुत-बहुत धन्यवाद देंगे कि मुझे हमारी बातों को प्रधानमंत्री के समक्ष रखा

बाइट:-- आशीष मिश्रा शोध छात्र बीएचयू

आशुतोष उपाध्याय

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