वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. विश्वविद्यालय में भेदभाव करने से नाराज नर्सिंग के छात्र विरोध प्रदर्शन पर बैठे हैं. सैकड़ों छात्रों ने कैंपस के मुख्य द्वार से रविंद्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री के जनसंपर्क कार्यालय जाने के लिए मार्च निकालना चाहा, जिसे पुलिस ने मौके पर ही रोक दिया. इसके बाद प्रधानमंत्री को संबोधित पत्र छात्रों ने जिला प्रशासन अधिकारी को सौंपा.
विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले ओबीसी छात्रों का आरोप है कि संविधान में निहित 27% आरक्षण इनको नहीं मिल रहा है. इसके साथ ही पीएचडी के साक्षात्कार में छात्रावास में इनके साथ भेदभाव किया जा रहा है, जिसके लिए यह वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री से पत्र देकर अपनी शिकायत दर्ज कराना चाहते थे. जनसंपर्क कार्यालय न जाने देने पर छात्रों ने सिंह द्वार से विश्वनाथ मंदिर तक परिषद में जुलूस निकाला.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के विश्वविद्यालय में ओबीसी के छात्रों के साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार किया जा रहा है. इसके लिए आज हम लोग मुख्य गेट से लेकर रविंद्र पुरी स्थित जनसंपर्क कार्यालय मार्च निकालकर जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने हमें यहीं रोक लिया. हमने संबंधित अधिकारी को प्रधानमंत्री के नाम पत्र सौंपा है.
-रविंद्र प्रकाश भारती, शोध छात्र, बीएचयू