वाराणसी : चिरईगांव शारदा सहायक नहर का तटबंध खरगीपुर प्राथमिक विद्यालय के समीप तटबंध दोपहर बाद टूट गया. तटबंध टूटने से नहर किनारे स्थित दो दर्जन से अधिक किसानों की पचास बीघे से अधिक गेहूं की फसल डूब गई. मौके पर पहुंचा सींचपाल मूकदर्शक बना खड़ा रहा और कहा कि उच्च अधिकारियों को नहर टूटने की खबर दे दी है.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले बीते 15 जनवरी को भी नहर का तटबंध टूट गया था, जिससे गेहूं की कई बीघे फसल क्षतिग्रस्त हो गई थी. तरयां के लालू, राजनाथ बब्बन, मुड़ली के सुखा देबी, परदेशी, केदारनाथ, उमरहां के श्यामजी पटेल आदि किसानों की फसल नहर के पानी से डूब गई. किसानों का कहना था कि जब सिंचाई की जरूरत थी तो नहर में पानी नहीं आता था और जब फसल पक कर तैयार हो गई तो क्षमता से अधिक पानी छोड़ दिया गया.
आज भी वही हुआ जिसकी वजह से ओभरफ्लो कर रही नहर का तटबंध टूट गया और नहर का पानी गेहूं के खेत में फैल गया. किसान काफी मेहनत कर टूटे तटबंध को बांधने का प्रयास किए, लेकिन तटबंध बांधने में सफल नहीं हो सके. वहीं सींचपाल का कहना था कि उच्चाधिकारियों को सूचना दे दी गई है, लेकिन मौके पर कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा था. जिसे लेकर किसानों मे रोष व्यापत है और किसानों ने मुआवजे की मांग की है.