सहारनपुर: जिला कार्यालय में गुरुवार को कलेक्ट्रेट में तैनात एक कर्मचारी ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. पुलिस ने कर्मचारी को ऐसा करते देख तुरंत कर्मचारी के हाथ से जहर की शीशी छीन ली और उसे हिरासत में ले लिया. कर्मचारी का आरोप है कि सदर नाजिर ने उसका 10 महिनों का वेतन रोका हुआ है.
कलेक्ट्रेट में तैनात कर्मचारी परवेज खान जिला अधिकारी कार्यालय में धरने पर बैठा है. परवेज का आरोप है कि सदर नाजिर शिवम गुप्ता और उसका साथी सरकारी जनरेटर से डीजल निकाल कर बेचते हैं. इसकी शिकायत उसने सीएम पोर्टल पर की थी, लेकिन अधिकारियों ने बिना पूछताछ के शिकायत का समाधान दिखा दिया. परवेज का आरोप यह भी है कि कोरोना काल में सरकार की ओर से आये बिस्किट में भी ये लोग घोटाला कर चुके हैं.
परवेज ने आगे कहा कि सदर नाजिर शिवम गुप्ता ने शिकायत करने से नाराज होकर उसका पिछले 10 महीनों का वेकन रोक रखा है. हालांकि वेतन रोकने के लिए किसी भी अधिकारी के आदेश नही हैं. वह लगातार अपनी ड्यूटी पर आ रहा है. 10 महीनों से वेतन नहीं मिलने से वह इतना परेशान हो गया कि उसके आगे खाने के लाले पड़ गए. मजबूर होकर उसको धरने पर बैठना पड़ा है. लेकिन, इसके बाद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.वेतन नहीं मिलने से होकर मैं जहर खाने के लिए मजबूर हुआ हूं.
परवेज कुछ मीडिया कर्मियों को अपना दर्द बयां कर रहा था. इसी बीच उसने जहर की शीशी निकाली और खाने का प्रयास किया. जिससे मौके पर अफरा तफरी का माहौल बन गया. जैसे तैसे वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने सतर्कता दिखाते हुए उसके हाथ से जहर की डिब्बी छीन कर उसे हिरासत में ले लिया. हालांकि, इस पूरे मामले पर कोई भी अधिकारी कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं है.
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