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सहारनपुर: कांवड़ यात्रा पर लगा कोरोना का ग्रहण, अलर्ट पर प्रशासन - कांवड़ यात्रा 2020

कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट है. यूपी और उत्तराखंड के बॉर्डर पर कांवड़ियों को रोकने की तैयारी की जा रही है. साथ ही उन्हें इस महामारी की स्थिति में घर में रहने की सलाह दी जा रही है. उत्तराखंड से सटे सहारनपुर मंडल के तीनों जिलों में कांवड़ियों को बॉर्डर पर ही रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं.

कांवड़ यात्रा पर लगा कोरोना ग्रहण
कांवड़ यात्रा पर लगा कोरोना ग्रहण
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Published : Jul 8, 2020, 3:40 PM IST

सहारनपुर : कोरोना काल में कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड और यूपी सरकार गंभीर नजर आ रही है. जिसके चलते हरिद्वार जाने वाले संभावित कांवड़ियों को इस बार बॉर्डर पर रोकने की तैयारी की गई है. विभिन्न माध्यमों से हरिद्वार आने की तैयारी कर रहे कांवड़ियों से घर पर ही रहने की अपील की जा रही है. उत्तराखंड बॉर्डर के साथ यूपी बॉर्डर पर भी चेकिंग के लिए पीएसी समेत भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है.

दरअसल सावन महीने में करोड़ों श्रदालु हरिद्वार से गंगाजल लेने के लिए निकल पड़ते थे. 15 दिन तक कांवड़ मेला चलता था और महाशिवरात्रि के दिन काशी विश्वनाथ के जलाभिषेक के बाद कांवड़ यात्रा का समापन होता था. लेकिन इस बार कांवड़ यात्रा पर कोरोना वायरस का ग्रहण लगा हुआ है. कोरोना के खतरे को देखते हुए कांवड़ यात्रा को रद्द करने का निर्णय लिया गया है.

भगवान शंकर की भक्ति का महीना है सावन
उत्तर भारत मे सावन महीने को भगवान शंकर का महीना माना जाता है. सावन महीने में शिवभक्त अपने आराध्य भगवान शंकर को मनाने के लिए हर की पौड़ी हरिद्वार से कांवड़ में गंगाजल भर कर लाते हैं और महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाकर मन्नतें मांगते हैं. शिवरात्रि से पहले ही कावड़ियों के समूह हरिद्वार के लिए निकल पड़ते है. इस दौरान समूचा उत्तराखंड शिव के रंग में रंग जाता है. लाखों करोड़ों कांवड़िये विभिन्न माध्यमों से भोलेनाथ की भजनों पर थिरकते हुए अपने गंतव्य को जाते हैं. श्रदालुओं को कोरोना संक्रमण से बचाने व सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराने के लिए इस बार कांवड़ यात्रा को रद्द किया गया है.

यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर फोर्स तैनात
उत्तराखंड से सटे सहारनपुर मंडल के तीनों जिलों से होकर कांवड़िये निकलते हैं. यही वजह है कि मंडल के तीनों जिलों में कांवड़ियों को बॉर्डर पर ही रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं. डीआईजी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि इस बार कोरोना वायरस का संक्रमण चल रहा है. धर्म गुरुओं के माध्यम से कांवड़ लाने की तैयारी कर रहे श्रदालुओं को घरों में ही रहने की अपील कराई जा रही है. मंडल के सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में बॉर्डर के इलाकों पर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है.

मंडल में 40 प्वाइंट बनाकर चेकिंग की जा रही है. 13 कंपनी पीएसी के साथ स्थानीय पुलिस हरिद्वार जाने वाले हर शख्स से न सिर्फ पूछताछ कर रही है बल्कि दस्तावेज, आधारकार्ड आदि चेक करने के साथ ही जाने का कारण भी पूछा जा रहा है. संतोषजनक जवाब नहीं देने वाले को समझा बुझाकर वापस भेजा जा रहा है. मंडल के सभी पुलिस अधिकारी हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों से आने वाले कांवड़ियों से इस बार हरिद्वार नहीं जाने की अपील कर रहे हैं.

सहारनपुर : कोरोना काल में कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड और यूपी सरकार गंभीर नजर आ रही है. जिसके चलते हरिद्वार जाने वाले संभावित कांवड़ियों को इस बार बॉर्डर पर रोकने की तैयारी की गई है. विभिन्न माध्यमों से हरिद्वार आने की तैयारी कर रहे कांवड़ियों से घर पर ही रहने की अपील की जा रही है. उत्तराखंड बॉर्डर के साथ यूपी बॉर्डर पर भी चेकिंग के लिए पीएसी समेत भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है.

दरअसल सावन महीने में करोड़ों श्रदालु हरिद्वार से गंगाजल लेने के लिए निकल पड़ते थे. 15 दिन तक कांवड़ मेला चलता था और महाशिवरात्रि के दिन काशी विश्वनाथ के जलाभिषेक के बाद कांवड़ यात्रा का समापन होता था. लेकिन इस बार कांवड़ यात्रा पर कोरोना वायरस का ग्रहण लगा हुआ है. कोरोना के खतरे को देखते हुए कांवड़ यात्रा को रद्द करने का निर्णय लिया गया है.

भगवान शंकर की भक्ति का महीना है सावन
उत्तर भारत मे सावन महीने को भगवान शंकर का महीना माना जाता है. सावन महीने में शिवभक्त अपने आराध्य भगवान शंकर को मनाने के लिए हर की पौड़ी हरिद्वार से कांवड़ में गंगाजल भर कर लाते हैं और महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाकर मन्नतें मांगते हैं. शिवरात्रि से पहले ही कावड़ियों के समूह हरिद्वार के लिए निकल पड़ते है. इस दौरान समूचा उत्तराखंड शिव के रंग में रंग जाता है. लाखों करोड़ों कांवड़िये विभिन्न माध्यमों से भोलेनाथ की भजनों पर थिरकते हुए अपने गंतव्य को जाते हैं. श्रदालुओं को कोरोना संक्रमण से बचाने व सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराने के लिए इस बार कांवड़ यात्रा को रद्द किया गया है.

यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर फोर्स तैनात
उत्तराखंड से सटे सहारनपुर मंडल के तीनों जिलों से होकर कांवड़िये निकलते हैं. यही वजह है कि मंडल के तीनों जिलों में कांवड़ियों को बॉर्डर पर ही रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं. डीआईजी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि इस बार कोरोना वायरस का संक्रमण चल रहा है. धर्म गुरुओं के माध्यम से कांवड़ लाने की तैयारी कर रहे श्रदालुओं को घरों में ही रहने की अपील कराई जा रही है. मंडल के सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में बॉर्डर के इलाकों पर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है.

मंडल में 40 प्वाइंट बनाकर चेकिंग की जा रही है. 13 कंपनी पीएसी के साथ स्थानीय पुलिस हरिद्वार जाने वाले हर शख्स से न सिर्फ पूछताछ कर रही है बल्कि दस्तावेज, आधारकार्ड आदि चेक करने के साथ ही जाने का कारण भी पूछा जा रहा है. संतोषजनक जवाब नहीं देने वाले को समझा बुझाकर वापस भेजा जा रहा है. मंडल के सभी पुलिस अधिकारी हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों से आने वाले कांवड़ियों से इस बार हरिद्वार नहीं जाने की अपील कर रहे हैं.

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