नई दिल्ली/नोएडा: थाना फेस थर्ड क्षेत्र के सेक्टर-63 में एक कंपनी के मैनेजर का अपहरण करने वाले चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए बदमाशों के पास से पुलिस ने गाड़ियां भी बरामद की हैं, जो अपहरण के दौरान उपयोग की गईं थीं.
नोएडा के थाना फेस 3 क्षेत्र के सेक्टर-63 स्थित डी-242 मेट्रो इन्फो सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर परितोष का अज्ञात बदमाशों ने 18 अप्रैल को अपहरण किया था. इसमें 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी. इस मामले में जब पुलिस का दबाव पड़ा तो बदमाश दिल्ली के एम्स के पास मैनेजर को छोड़कर फरार हो गए.
इस संबंध में पीड़ित की तरफ से आकाश श्रीवास्तव ने थाना फेस-3 पर मुकदमा दर्ज कराया था. मामले की जांच करते हुए एसएसपी की बनाई गई स्टार वन टीम ने मुखबिर की सूचना पर थाना क्षेत्र के पृथला चौराहे के पास से चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
पकड़े गए आरोपियों में अरुण यादव, सूर्या सिंह, सुनील तंवर और विपिन भाटी है. इनके पास से पुलिस ने एक ब्रेजा कार और एक स्कोडा कार बरामद की है. वहीं इनके साथी अंकित गुर्जर, अंकित सिंह, पारस टेयरा, विक्की पहलवान, टीटू और जितेंद तंवर समेत कुछ अन्य हैं.
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि इनमें फरार आरोपियों में अंकित एक पेशेवर अपराधी है. इसकी अपनी एक गैंग है. इसपर दिल्ली, नोएडा, बागपत और गाजियाबाज में हत्या, लूट जैसे कई मामले दर्ज हैं.
एसएसपी ने बताया कि 18 अप्रैल की रात में अरुण, सूर्य, अंकित और अन्य सभी लोग सेक्टर 62 में इकट्ठा हुए थे. अरुण ने सभी को आकाश की फोटो दिखाई. इसके बाद सभी घटना को अंजाम देने के लिए सेक्टर-63 पहुंच गए. अरुण कंपनी से पहले ही रुक गया. कंपनी में जाकर सूर्या और अंकित ने आकाश से बात की और 10 लाख रुपये देने को कहा.
आकाश ने सूर्या और अंकित से कहा कि इस समय मेरे पास इतना पैसा नहीं है. दिल्ली से पैसे का इंतजाम कर सकता हूं. सूर्या और अंकित ने अपने 10-12 अन्य साथियों के साथ मिलकर आकाश के मैनेजर परितोष का अपहरण कर लिया. इसके बाद परितोष के फोन से ही कंपनी के मालिक से आकाश 10 लाख रुपये की मांग करने लगा.
पैसा मिलने से पहले बदमाशों ने अपने को पुलिस से घिरा देख उसको एम्स के आगे छोड़ कर फरार हो गए. इस घटना में बदमाशों को जहां आकाश का अपहरण करना था, वहीं गलती से उन्होंने परितोष का अपहरण कर फिरौती की रकम मांगी. आरोपी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में हैं.