मेरठ: जनपद में पुलिस ने बसपा नेता और पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी की 125 करोड़ की संपत्ति को 13 जुलाई को कुर्क कर लिया. इस कार्रवाई के समय भारी पुलिस फोर्स और जिले के प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. इसकी जानकारी मेरठ पुलिस ने ट्विटर के माध्यम से दी.
31 मार्च 2022 को मारा था छापा: बसपा नेता और यूपी के पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी की हापुड़ रोड स्थित फैक्ट्री (अलफहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड) पर 31 मार्च 2022 को पुलिस ने छापा मारा था. पुलिस ने यहां से करीब पांच करोड़ रुपये का मीट पकड़ा था. पुलिस का आरोप था कि फैक्ट्री में अवैध रूप से मीट की प्रोसेसिंग और पैकेजिंग का काम किया जा रहा है. जिला पुलिस ने मामले में तुरंत मुकदमा दर्ज किया था.
मामले में परिवार समेत 17 लोग थे शामिल: इस मामले में पुलिस ने हाजी याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी संजीदा, बेटे इमरान कुरैशी, फिरोज समेत 17 लोगों के खिलाफ थाना खरखौदा में मुकदमा दर्ज किया था. हाजी की पत्नी संजीदा और फिरोज को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी. बता दें, कि हाईकोर्ट ने बेटे इमरान की गिरफ्तारी पर 26 जुलाई तक रोक लगा रखी है. वहीं, याकूब कुरैशी कोर्ट में पेश नहीं हुए है. पुलिस ने कोर्ट नोटिस की अवमानना पर बुधवार (13 जुलाई) को उनकी कोठी और फैक्ट्री को कुर्क कर लिया.
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मेरठ के एएसपी चंद्रकांत मीणा ने बताया कि कोठी की कीमत करीब 25 करोड़ और फैक्ट्री की कीमत करीब 100 करोड़ है. मीट फैक्ट्री करीब 10 हैक्टेयर जमीन पर बनी हुई है. वहीं, मेरठ पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कार्रवाई को लेकर ट्वीट भी किया गया है. इसमें लिखा है, मेरठ पुलिस ने हापुड़ रोड मेरठ स्थित अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड में मीट पैकेजिंग और प्रोसेसिंग का अवैध कारोबार किये जाने के अपराधों में संलिप्त कुख्यात अपराधियों की लगभग 125 करोड़ रुपये की चल-अचल सम्पत्ति कुर्क की है.
बता दें, कि इससे पहले पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी की हापुड़ रोड पर बने माई सिटी हॉस्पिटल पर भी सीलिंग की कार्रवाई की गई थी. सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि यह हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किया जा रहा था. एएसपी चंद्रकांत मीणा का कहना है कि हाजी याकूब कुरैशी सपरिवार फरार है. इस मामले में पुलिस लगातार जांच कर रही है. कानूनी प्रक्रिया के अनुसार पुलिस कार्रवाई में जुटी है. चंद्रकांत मीणा ने आगे कहा कि याकूब के परिवार ने पुलिस को जांच में भी कोई सहयोग नहीं किया. फिलहाल मामले में वांटेड पूर्व मंत्री और उनके बेटों समेत फरार चल रहे सभी आरोपियों की तलाश जारी है.
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