मथुरा: अपने आप को अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक बताने वाले आचार्य शिवराज किशन शास्त्री किशन पर 8 वर्षीय मासूम के साथ छेड़खानी सहित कई गंभीर आरोप लगने के बाद कथावाचक ने सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कर अपने आप को निर्दोष बताया. इस दौरान कथा प्रवक्ता ने कहा कि एक गिरोह द्वारा षड्यंत्र के तहत मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. मेरे ऊपर झूठा मुकदमा लिखवाने की एवज में पैसे के लिए दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन जिस महिला द्वारा अपनी बेटी का और अपना मेरे ऊपर आरोप लगाए जा रहा है, उसे मेरा दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है और न ही मैं उसे जानता हूं.
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जानकारी देते हुए अपने आप को अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक बताने वाले आचार्य शिवराज किशन शास्त्री किशन ने बताया कि जिले में एक ऐसा गिरोह सक्रिय हो रहा है, जो प्रतिष्ठित लोगों को निशाना बनाता है और उनके विरुद्ध षड्यंत्र के तहत मुकदमा लिखवाने का दबाव बनाकर पैसे मांगता है, जिसमें मुझे भी फंसाने का प्रयास किया जा रहा है. एक महिला है जिसे मैं दूर दूर तक नहीं जानता हूं. कुछ षड्यंत्रकारी लोगों द्वारा मेरे ऊपर छेड़खानी का आरोप लगाया गया है, जो न्यायालय में विचाराधीन है. हमारे द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय से न्याय की गुहार लगाई गई है, क्योंकि मेरी छवि को धूमिल किया जा रहा है. जबकि मेरा इस मामले में कोई दोष नहीं है.
कथा प्रवक्ता ने बताया कि जिस महिला की ओर से मेरे ऊपर आरोप लगाया जा रहा है, मैं उसको दूर दूर तक नहीं जानता हूं. कोई भी त्रुटि मेरे मामले में आपको नहीं मिल सकती है. मेरे ऊपर आरोप लगाया जा रहा है कि महिला और उसकी 8 साल की बेटी के साथ छेड़छाड़ महाराज ने की है ,लेकिन मैं कहता हूं कि मेरा उस महिला से न कोई परिचय है और न मैं उसके बारे में कुछ जानता हूं.
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