ETV Bharat / city

इस कॉलेज में स्नातक व परास्नातक की फीस बेहद कम, ट्रिपल-सी और ओ-लेवल कोर्स भी शुरू

साल 1909 में इसकी स्थापना महाकाली पाठशाला के नाम से हुई थी. इसका मुख्य उद्देश्य बंगाली लड़कियों को उनकी मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करना था.

author img

By

Published : May 31, 2022, 5:50 PM IST

एपी सेन मेमोरियल गर्ल्स पीजी कॉलेज
एपी सेन मेमोरियल गर्ल्स पीजी कॉलेज

लखनऊ: राजधानी के मशहूर गर्ल्स डिग्री कॉलेजों की जब बात होती है तो चारबाग स्थित एपी सेन मेमोरियल गर्ल्स पीजी कॉलेज का नाम उसमें जरूर आता है. इस कॉलेज की मुख्य वजह कम फीस में स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी कराना है. यहां करीब दो हजार से अधिक छात्राएं पढ़ाई करती हैं. इस कॉलेज में फीस कम होने के कारण बहुत सारी छात्राएं दाखिले के लिए आवेदन करती हैं.

कॉलेज की प्रिंसिपल के मुताबिक स्नातक में तकरीबन पांच हजार और परास्नातक में 12 हजार रुपये एक साल की फीस है. वर्तमान में यहां दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस बार कॉलेज में छात्राओं को आगे बढ़ाने के लिए ट्रिपल-सी और ओ-लेवल कोर्स को भी शामिल किया गया है. ताकि छात्राओं को कंप्यूटर की भी जानकारी रहे. प्रिंसिपल का कहना है कि आने वाले समय में जल्द एमकॉम और बीए (होम साइंस) कोर्स भी शुरू हो जायेंगे.

डॉ. रचना श्रीवास्तव, प्रिसिंपल
1909 में हुई कॉलेज की स्थापना: साल 1909 में इसकी स्थापना महाकाली पाठशाला के नाम से हुई थी. इसका मुख्य उद्देश्य बंगाली लड़कियों को उनकी मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करना था. साल 1933 में कॉलेज का नाम जुबली गर्ल्स इंटर कॉलेज था. कॉलेज की प्रबंध समिति से लखनऊ के लगभग सभी प्रमुख बंगाली समुदाय के लोग जुड़े थे और 1955 में डिग्री कॉलेज बना. फिर साल 1998 में पीजी शुरू हुआ. तब इसका नाम एपी सेन मेमोरियल गर्ल्स कॉलेज रखा गया. ट्रिपल-सी और ओ-लेवल का कोर्स शुरू: बीए, बीकॉम के साथ ही कॉलेज में एमए हिंदी और एमए समाजशास्त्र की पढ़ाई होती है, लेकिन स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई के साथ ही कॉलेज की पहचान लड़कियों को कंप्यूटर शिक्षा के साथ जोड़ने की भी है. कॉलेज में सत्र 2022-23 से ट्रिपल-सी और ओ-लेवल का कोर्स शुरू किया जा रहा है. यहां छात्राओं को प्राइमरी से लेकर परास्नातक तक शिक्षा दी जाती है. यहां तकनीकी सुविधाओं से लैस ई-सुविधा केंद्र और लाइब्रेरी भी है. एपी सेन गर्ल्स पीजी कॉलेज में स्नातक और परास्नातक में सत्र 2022-23 की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. छात्राएं बढ़-चढ़ कर आवेदन कर रही हैं.30 जून तक कर सकती हैं आवेदन: कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. रचना श्रीवास्तव ने बताया कि "एपी सेन मेमोरियल गर्ल्स कॉलेज में सत्र 2022-23 की प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन जारी है. कॉलेज की वेबसाइट www.apsencollege.org पर जाकर स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन 30 जून तक किया जा सकता है. वेबसाइट पर ही प्रोस्पेक्टस जारी कर दिया गया है आवेदन फॉर्म शुल्क 500 रुपये है." ये भी पढ़ें : सपा पर बरसे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, बोले- मुझे एक डायरी मिली है जिसमें बजट के बंदरबांट का है जिक्र

उन्होंने कहा कि "लड़कियों को सुरक्षित माहौल में शिक्षा देना हमेशा से हमारा लक्ष्य है. सुरक्षित माहौल और अच्छी शिक्षा मिलने की वजह से छात्राओं का रुझान कॉलेज की ओर रहता है. छात्राओं अभिभावकों के सुझाव को गंभीरता से लिया जाता है. कॉलेज कई बड़े सकारात्मक बदलाव की ओर बढ़ रहा है. हमारे कॉलेज में बहुत सारी छात्राएं काफी दूर से आती हैं, क्योंकि हमारा कॉलेज चारबाग रेलवे स्टेशन के बगल में है तो बहुत सारी छात्राएं ट्रेन से सफर करके भी आती हैं." उन्होंने कहा कि "कॉलेज में दो हजार से अधिक छात्राएं पढ़ती हैं. हमारे यहां बीए में 475, बीकॉम में 80, एमए (हिंदी) में 60 और एमए (समाजशास्त्र) में 60 सीटें हैं."

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ: राजधानी के मशहूर गर्ल्स डिग्री कॉलेजों की जब बात होती है तो चारबाग स्थित एपी सेन मेमोरियल गर्ल्स पीजी कॉलेज का नाम उसमें जरूर आता है. इस कॉलेज की मुख्य वजह कम फीस में स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी कराना है. यहां करीब दो हजार से अधिक छात्राएं पढ़ाई करती हैं. इस कॉलेज में फीस कम होने के कारण बहुत सारी छात्राएं दाखिले के लिए आवेदन करती हैं.

कॉलेज की प्रिंसिपल के मुताबिक स्नातक में तकरीबन पांच हजार और परास्नातक में 12 हजार रुपये एक साल की फीस है. वर्तमान में यहां दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस बार कॉलेज में छात्राओं को आगे बढ़ाने के लिए ट्रिपल-सी और ओ-लेवल कोर्स को भी शामिल किया गया है. ताकि छात्राओं को कंप्यूटर की भी जानकारी रहे. प्रिंसिपल का कहना है कि आने वाले समय में जल्द एमकॉम और बीए (होम साइंस) कोर्स भी शुरू हो जायेंगे.

डॉ. रचना श्रीवास्तव, प्रिसिंपल
1909 में हुई कॉलेज की स्थापना: साल 1909 में इसकी स्थापना महाकाली पाठशाला के नाम से हुई थी. इसका मुख्य उद्देश्य बंगाली लड़कियों को उनकी मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करना था. साल 1933 में कॉलेज का नाम जुबली गर्ल्स इंटर कॉलेज था. कॉलेज की प्रबंध समिति से लखनऊ के लगभग सभी प्रमुख बंगाली समुदाय के लोग जुड़े थे और 1955 में डिग्री कॉलेज बना. फिर साल 1998 में पीजी शुरू हुआ. तब इसका नाम एपी सेन मेमोरियल गर्ल्स कॉलेज रखा गया. ट्रिपल-सी और ओ-लेवल का कोर्स शुरू: बीए, बीकॉम के साथ ही कॉलेज में एमए हिंदी और एमए समाजशास्त्र की पढ़ाई होती है, लेकिन स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई के साथ ही कॉलेज की पहचान लड़कियों को कंप्यूटर शिक्षा के साथ जोड़ने की भी है. कॉलेज में सत्र 2022-23 से ट्रिपल-सी और ओ-लेवल का कोर्स शुरू किया जा रहा है. यहां छात्राओं को प्राइमरी से लेकर परास्नातक तक शिक्षा दी जाती है. यहां तकनीकी सुविधाओं से लैस ई-सुविधा केंद्र और लाइब्रेरी भी है. एपी सेन गर्ल्स पीजी कॉलेज में स्नातक और परास्नातक में सत्र 2022-23 की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. छात्राएं बढ़-चढ़ कर आवेदन कर रही हैं.30 जून तक कर सकती हैं आवेदन: कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. रचना श्रीवास्तव ने बताया कि "एपी सेन मेमोरियल गर्ल्स कॉलेज में सत्र 2022-23 की प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन जारी है. कॉलेज की वेबसाइट www.apsencollege.org पर जाकर स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन 30 जून तक किया जा सकता है. वेबसाइट पर ही प्रोस्पेक्टस जारी कर दिया गया है आवेदन फॉर्म शुल्क 500 रुपये है." ये भी पढ़ें : सपा पर बरसे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, बोले- मुझे एक डायरी मिली है जिसमें बजट के बंदरबांट का है जिक्र

उन्होंने कहा कि "लड़कियों को सुरक्षित माहौल में शिक्षा देना हमेशा से हमारा लक्ष्य है. सुरक्षित माहौल और अच्छी शिक्षा मिलने की वजह से छात्राओं का रुझान कॉलेज की ओर रहता है. छात्राओं अभिभावकों के सुझाव को गंभीरता से लिया जाता है. कॉलेज कई बड़े सकारात्मक बदलाव की ओर बढ़ रहा है. हमारे कॉलेज में बहुत सारी छात्राएं काफी दूर से आती हैं, क्योंकि हमारा कॉलेज चारबाग रेलवे स्टेशन के बगल में है तो बहुत सारी छात्राएं ट्रेन से सफर करके भी आती हैं." उन्होंने कहा कि "कॉलेज में दो हजार से अधिक छात्राएं पढ़ती हैं. हमारे यहां बीए में 475, बीकॉम में 80, एमए (हिंदी) में 60 और एमए (समाजशास्त्र) में 60 सीटें हैं."

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.