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जानिए नशे पर नकेल के लिए क्या उपाय कर रही उप्र सरकार

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Published : Aug 30, 2022, 7:43 PM IST

Updated : Aug 30, 2022, 9:35 PM IST

अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एमके बशाल ने बताया कि नशे के सौदागरों पर कठोर से कठोर कार्रवाई के लिए एएनटीएफ में अन्य विभाग के अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति पर तैनात किया जाएगा. इसमें राज्य स्तर पर ड्रग कंट्रोल एजेंसियों के ड्रग इंस्पेक्टर, फार्मेसिस्ट, आबकारी विभाग के अधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा.

नशे पर नकेल
नशे पर नकेल

लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार नशे के अवैध कारोबारियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की तैयारी कर रही है. अवैध शराब और नार्को माफिया की कमर तोड़ने के लिए तैयार की जा रही रणनीति मुख्यमंत्री के विशेष निर्देश के बाद बनाई गई है. वह खुद इसकी मॉनीटरिंग कर रहे हैं. मुख्यमंत्री के आदेश पर हाल ही में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (Anti Narcotics Task Force) का भी गठन कर दिया गया है. मुख्यालय स्तर पर एएनटीएफ का प्रभारी पुलिस उप महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी को नियुक्त किया जाएगा. एएनटीएफ कैसे काम करेगी, इसका भी खाका तैयार किया जा चुका है. यह जानकारी अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एमके बशाल दी है.


उन्होंने बताया कि नशे के सौदागरों पर कठोर से कठोर कार्रवाई के लिए एएनटीएफ में अन्य विभाग के अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति पर तैनात किया जाएगा. इसमें राज्य स्तर पर ड्रग कंट्रोल एजेंसियों के ड्रग इंस्पेक्टर, फार्मेसिस्ट, आबकारी विभाग के अधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा. इसके साथ केंद्र के विभिन्न विभाग एनसीबी, सीबीएन, डीआरआई आदि से भी अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति पर लिया जाएगा. वहीं एएनटीएफ के सदस्यों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कृत करने के साथ विशेष भत्ता भी दिया जाएगा. इसके साथ एएनटीएफ के मुख्यालय के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस से करीब 60 प्रतिशत मैनपॉवर उपलब्ध कराई जाएगी.


अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एमके बशाल ने जानकारी दी है कि पहले चरण में बाराबंकी और गाजीपुर में नारकोटिक्स थाना स्थापित किए जाएंगे. वहीं एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को पूरे उत्तर प्रदेश में तीन रीजन (वेस्ट, सेंट्रल व ईस्ट) में विभाजित किया गया है. मुख्यालय स्तर पर एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (Anti Narcotics Task Force) के प्रभारी पुलिस उप महानिरीक्षक (एएनटीएफ) होंगे, जिनके साथ पुलिस अधीक्षक (एएनटीएफ) ऑपरेशन एवं पुलिस अधीक्षक (एएनटीएफ) मुख्यालय में नियुक्त रहेंगे. मुख्यालय स्तर पर अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय और पुलिस उपाधीक्षक-ऑपरेशन एवं पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय नियुक्त होंगे. तीनों रीजन (वेस्ट, सेंट्रल और ईस्ट) के प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक होंगे. वेस्ट रीजन के तहत मेरठ, बरेली, आगरा, सेंट्रल रीजन के तहत लखनऊ, कानपुर तथा ईस्ट रीजन के तहत प्रयागराज, गोरखपुर व वाराणसी जोन आएंगे. इन जोनल प्रभारियों को आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध कराये जाएंगे.

यह भी पढ़ें : एकतरफा प्यार में पागल युवक ने किया था महाराजगंज में अंजू का मर्डर


अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि एएनटीएफ के सुचारू रूप से संचालित करने के लिए 250 से अधिक अधिकारी और कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा. इसमें 44 मुख्य आरक्षी, 82 आरक्षी, 5 उपनिरीक्षक गोपनीय, 10 उपनिरीक्षक लिपिक, 8 सहायक उपनिरीक्षक लिपिक, एक-एक उपनिरीक्षक लेखा और सहायक उपनिरीक्षक, 27 ड्राइवर, 16 कंप्यूटर ऑपरेटर, 32 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, 8 ड्रग इंस्पेक्टर और आठ फार्मासिस्ट को नियुक्त किया जाएगा.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार नशे के अवैध कारोबारियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की तैयारी कर रही है. अवैध शराब और नार्को माफिया की कमर तोड़ने के लिए तैयार की जा रही रणनीति मुख्यमंत्री के विशेष निर्देश के बाद बनाई गई है. वह खुद इसकी मॉनीटरिंग कर रहे हैं. मुख्यमंत्री के आदेश पर हाल ही में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (Anti Narcotics Task Force) का भी गठन कर दिया गया है. मुख्यालय स्तर पर एएनटीएफ का प्रभारी पुलिस उप महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी को नियुक्त किया जाएगा. एएनटीएफ कैसे काम करेगी, इसका भी खाका तैयार किया जा चुका है. यह जानकारी अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एमके बशाल दी है.


उन्होंने बताया कि नशे के सौदागरों पर कठोर से कठोर कार्रवाई के लिए एएनटीएफ में अन्य विभाग के अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति पर तैनात किया जाएगा. इसमें राज्य स्तर पर ड्रग कंट्रोल एजेंसियों के ड्रग इंस्पेक्टर, फार्मेसिस्ट, आबकारी विभाग के अधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा. इसके साथ केंद्र के विभिन्न विभाग एनसीबी, सीबीएन, डीआरआई आदि से भी अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति पर लिया जाएगा. वहीं एएनटीएफ के सदस्यों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कृत करने के साथ विशेष भत्ता भी दिया जाएगा. इसके साथ एएनटीएफ के मुख्यालय के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस से करीब 60 प्रतिशत मैनपॉवर उपलब्ध कराई जाएगी.


अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एमके बशाल ने जानकारी दी है कि पहले चरण में बाराबंकी और गाजीपुर में नारकोटिक्स थाना स्थापित किए जाएंगे. वहीं एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को पूरे उत्तर प्रदेश में तीन रीजन (वेस्ट, सेंट्रल व ईस्ट) में विभाजित किया गया है. मुख्यालय स्तर पर एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (Anti Narcotics Task Force) के प्रभारी पुलिस उप महानिरीक्षक (एएनटीएफ) होंगे, जिनके साथ पुलिस अधीक्षक (एएनटीएफ) ऑपरेशन एवं पुलिस अधीक्षक (एएनटीएफ) मुख्यालय में नियुक्त रहेंगे. मुख्यालय स्तर पर अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय और पुलिस उपाधीक्षक-ऑपरेशन एवं पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय नियुक्त होंगे. तीनों रीजन (वेस्ट, सेंट्रल और ईस्ट) के प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक होंगे. वेस्ट रीजन के तहत मेरठ, बरेली, आगरा, सेंट्रल रीजन के तहत लखनऊ, कानपुर तथा ईस्ट रीजन के तहत प्रयागराज, गोरखपुर व वाराणसी जोन आएंगे. इन जोनल प्रभारियों को आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध कराये जाएंगे.

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अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि एएनटीएफ के सुचारू रूप से संचालित करने के लिए 250 से अधिक अधिकारी और कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा. इसमें 44 मुख्य आरक्षी, 82 आरक्षी, 5 उपनिरीक्षक गोपनीय, 10 उपनिरीक्षक लिपिक, 8 सहायक उपनिरीक्षक लिपिक, एक-एक उपनिरीक्षक लेखा और सहायक उपनिरीक्षक, 27 ड्राइवर, 16 कंप्यूटर ऑपरेटर, 32 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, 8 ड्रग इंस्पेक्टर और आठ फार्मासिस्ट को नियुक्त किया जाएगा.

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Last Updated : Aug 30, 2022, 9:35 PM IST
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