लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सोमवार को अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि आदिवासी समाज की एक महिला को मेंटली डिस्टर्ब करना चाह रहे हैं. बृजेश पाठक ने भारतीय जनता पार्टी के एमएलसी उम्मीदवार के नामांकन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अगर वास्तविकता में अनुसूचित जाति समाज का ख्याल अखिलेश यादव को था तो उन्हें अपनी संख्या बल के आधार पर जो पहले चार उम्मीदवार खड़े किए थे, उनमें कीर्ति कोल को चुनना चाहिए था.
बृजेश पाठक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एमएलसी पद के दोनों उम्मीदवारों को जीत मिलेगी यह कोई नहीं रोक सकता है. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व के चलते हम को लगातार सदनों में बहुमत मिलता जा रहा है जो कि आगे भी जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव में 80 की 80 सीटें भारतीय जनता पार्टी जीतेगी. चित्रकूट के प्रशिक्षण शिविर में मुस्लिम पसमांदा समाज को भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने के सवाल पर बृजेश पाठक ने कहा कि मुस्लिम समाज में जो सालों से पिछड़े हुए हैं उनको हम जोड़ेंगे, उनको समाज में हम अहम भूमिका में लाएंगे. यह हमारी नीति है हमारा एजेंडा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा से चाहते हैं कि मुस्लिम पसमांदा समाज को भाजपा से जोड़ा जाए.
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समाजवादी पार्टी ने संख्या बल न होने के बावजूद विधान परिषद में कीर्ति कोल को उम्मीदवार बनाया है. इस पर बृजेश पाठक ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के समर्थन के नाम पर अखिलेश यादव पीछे हट गए थे और अब आदिवासी समाज से खुद को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. यह आदिवासी समाज के साथ धोखा है. समाजवादी पार्टी के पास जब संख्या बल था तो उन्होंने अन्य समाज के 4 उम्मीदवारों को जिताया. मगर जब उनके पास संख्या नहीं है तो जनजाति समाज की महिलाओं को मेंटली डिस्टर्ब करने की कोशिश कर रहे हैं.
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