लखनऊ : केजीएमयू की शताब्दी में दो लिफ्टों ने गुरुवार को धोखा दे दिया. इसके बाद मरीज व तीमारदारों ने हंगामा किया. उन्हें काफी देर मुसीबत का सामना करना पड़ा. इसके बाद टेक्निकल टीम ने बाहर निकाला.
केजीएमयू का शताब्दी फेज दो आठ मंजिला भवन है. हर तल पर वार्ड हैं. इनमें मरीजों की भर्ती व इलाज संबंधी प्रक्रिया चलती है. मरीजों के लिए चार लिफ्ट हैं. इनमें दो लिफ्ट गुरूवार को बीच में अटक गई. एक लिफ्ट छठे तल पर तो दूसरी पांचवें तल पर लटक गई. लिफ्ट से इमरजेंसी अलार्म भी बजा. काफी देर हंगामें के बाद मरीज व तीमारदारों को निकाला जा सका. इस भवन में 300 से अधिक बेड का संचालन हो रहा है. जबकि, रोजाना डेढ़ हजार से अधिक लोगों का आवगमन रहता है. सबसे ज्यादा दिक्कत पांच से आठवीं मंजिल पर भर्ती मरीजों को झेलनी पड़ रही है. तीमारदारों ने कई बार अधिकारियों से शिकायत भी की. बावजूद उसके लिफ्ट का संचालन दुरुस्त नहीं हुआ. लिफ्ट खराब होने से मरीजों को वार्ड में जाने के लिए आठ से 10 मिनट तक इंतजार करना पड़ रहा है.
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बलरामपुर अस्पताल में लैब का उद्घाटन : डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने बलरामपुर अस्पताल में गुरुवार को माइक्रोबायोलॉजी लैब का उद्घाटन किया. साथ ही 5 बेड का मल्टीड्रग रेजिस्टेंस वार्ड का भी उद्घाटन किया. इसमें टीबी के गंभीर मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाएगा. साथ ही विज्ञान भवन का भी लोकार्पण किया. इस दौरान निदेशक डॉ आलोक कुमार, सीएमएस डॉ जीपी गुप्ता, हिमांशु चतुर्वेदी भी मौजूद रहे.
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