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बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए तैयार करेंगे एक्शन प्लान: यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

उत्तर प्रदेश के बढ़ते प्रदूषण को लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाई है. कोर्ट ने यूपी के मुख्य सचिव से कहा है कि वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कोई एक्शन प्लान तैयार करें.

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यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड.
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Published : Jan 11, 2020, 2:23 PM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के तमाम बड़े महानगरों में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. इसपर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार और यूपी के मुख्य सचिव फटकार लगाई है. उन्हें तलब किया गया और कहा गया कि वह प्रदूषण रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार करें.

उत्तर प्रदेश में किन कारणों से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है इसको लेकर अभी तक कोई प्रबंधन या फिर कोई स्टडी ही नहीं की गई है. वायु प्रदूषण को लेकर कोई रिपोर्ट आदि भी नहीं बनाई जा सकी है, जिससे इस बार रोक लगाने को लेकर काम किया जा सके.

यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड चेयरमैन ने कहा कि बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए तैयार करेंगे एक्शन प्लान.

राजधानी लखनऊ सहित तमाम शहरों में लगातार बढ़ रहे एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़े लगातार लखनऊ से तमाम शहरों में खतरनाक स्तर पर पहुंचते रहे, जिसको लेकर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने राज्य सरकार को फटकार लगाई. नाराजगी जाहिर की थी लेकिन कंट्रोल नहीं किया जा सका.

यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तैयार किया प्लान
वायु प्रदूषण उत्तर प्रदेश में किन कारणों से बढ़ रहा है. उसको लेकर कोई भी नहीं की जा सकी है. डीजल वाहनों से पराली जलाने से प्रदूषण बढ़ रहा है. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्टडी करके पूरा एक्शन प्लान तैयार करने की बात कर रहा है.

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन जेपीएस राठौर ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि इसके कारण नहीं पता नहीं चले. हम एक स्टडी कर रहे हैं. पूरे एक्शन प्लान तैयार करेंगे, जिससे किन कारणों से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. उसका पता लगाएंगे और फिर वायु प्रदूषण रोकने को लेकर राज्य सरकार और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से कठोर कदम उठाए जाएंगे.

इसे भी पढ़ें- योगी को वहां पहुंचाऊंगा, जहां भीख मांगने की ट्रेनिंग दी जाती है: ओमप्रकाश राजभर

पिछले कुछ महीनों में लखनऊ में एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार खतरनाक स्तर पर पहुंच गया. कई बार तो 500 तक एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंच गया. यूपी के गाजियाबाद, नोएडा, आगरा, कानपुर, वाराणसी सही तमाम शहरों में कभी 402 कभी 500 तो कई बार तो 700 तक को एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंचा और लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हुई.

लखनऊ: राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के तमाम बड़े महानगरों में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. इसपर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार और यूपी के मुख्य सचिव फटकार लगाई है. उन्हें तलब किया गया और कहा गया कि वह प्रदूषण रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार करें.

उत्तर प्रदेश में किन कारणों से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है इसको लेकर अभी तक कोई प्रबंधन या फिर कोई स्टडी ही नहीं की गई है. वायु प्रदूषण को लेकर कोई रिपोर्ट आदि भी नहीं बनाई जा सकी है, जिससे इस बार रोक लगाने को लेकर काम किया जा सके.

यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड चेयरमैन ने कहा कि बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए तैयार करेंगे एक्शन प्लान.

राजधानी लखनऊ सहित तमाम शहरों में लगातार बढ़ रहे एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़े लगातार लखनऊ से तमाम शहरों में खतरनाक स्तर पर पहुंचते रहे, जिसको लेकर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने राज्य सरकार को फटकार लगाई. नाराजगी जाहिर की थी लेकिन कंट्रोल नहीं किया जा सका.

यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तैयार किया प्लान
वायु प्रदूषण उत्तर प्रदेश में किन कारणों से बढ़ रहा है. उसको लेकर कोई भी नहीं की जा सकी है. डीजल वाहनों से पराली जलाने से प्रदूषण बढ़ रहा है. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्टडी करके पूरा एक्शन प्लान तैयार करने की बात कर रहा है.

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन जेपीएस राठौर ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि इसके कारण नहीं पता नहीं चले. हम एक स्टडी कर रहे हैं. पूरे एक्शन प्लान तैयार करेंगे, जिससे किन कारणों से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. उसका पता लगाएंगे और फिर वायु प्रदूषण रोकने को लेकर राज्य सरकार और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से कठोर कदम उठाए जाएंगे.

इसे भी पढ़ें- योगी को वहां पहुंचाऊंगा, जहां भीख मांगने की ट्रेनिंग दी जाती है: ओमप्रकाश राजभर

पिछले कुछ महीनों में लखनऊ में एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार खतरनाक स्तर पर पहुंच गया. कई बार तो 500 तक एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंच गया. यूपी के गाजियाबाद, नोएडा, आगरा, कानपुर, वाराणसी सही तमाम शहरों में कभी 402 कभी 500 तो कई बार तो 700 तक को एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंचा और लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हुई.

Intro:एंकर
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के तमाम बड़े महानगरों में वायु प्रदूषण बढ़ा तो उसको लेकर हायतौबा मची। हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से राज्य सरकार और यूपी के मुख्य सचिव फटकार लगाई गई, उन्हें तलब किया गया और कहा गया कि वह प्रदूषण रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार करें।
ईटीवी भारत को जो जानकारी मिली है तो उत्तर प्रदेश में किन कारणों से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है इसको लेकर अभी तक कोई प्रबंधन या फिर कोई स्टडी ही नहीं की गई है। वायु प्रदूषण को लेकर कोई रिपोर्ट आदि भी नहीं बनाई जा सकी है। जिससे इस बार रोक लगाने को लेकर काम किया जा सके।




Body:वीओ
यूपी की राजधानी लखनऊ सहित तमाम शहरों में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता रहा एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई के आंकड़े लगातार लखनऊ से तमाम शहरों में खतरनाक स्तर पर पहुंचते रहे जिसको लेकर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने राज्य सरकार को फटकार लगाई और नाराजगी जाहिर की थी लेकिन कंट्रोल नहीं किया जा सका किन कारणों से वायु प्रदूषण उत्तर प्रदेश में बढ़ रहा है उसको लेकर कोई भी नहीं की जा सकी है डीजल वाहनों से पराली जलाने से प्रदूषण बढ़ रहा है या फिर जो निर्माण एजेंसियां है उनके द्वारा निर्माण की व्यवस्था उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्टडी करके पूरा एक्शन प्लान तैयार करने की बात कर रहा है।
मिड पीटूसी
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन जेपीएस राठौर ईटीवी भारत से से बातचीत में दावा किया कि अभी तक तो इसके कारण नहीं पता हम एक स्टडी कर रहे हैं पूरे एक्शन प्लान तैयार करेंगे जिससे किन कारणों से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है उसका पता लगाएंगे और फिर वायु प्रदूषण रोकने को लेकर राज्य सरकार और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से कठोर कदम उठाए जाएंगे।
बाईट, जेपीएस राठौर, चेयरमैन, यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
ऐसा है कि एयर पोलूशन है उस पर अभी बहुत रिसर्च नहीं हुई है पहले तो यह सही कारण नहीं पता चल पा रहा है किस कारण की वजह से एयर पोलूशन हुआ है जैसे वाहनों से निकला हुआ दुआ या निर्माण कार्यों की वजह से धूल है या वहां चल रहे हैं उसकी वजह से धूल उड़ रही है या पराली जलाने की वजह से धुआं रहा है या घरों में भोजन बन रहा है उसकी वजह से क्या इंडस्ट्री से निकला हुआ दुआ है कई कारण है एयर पोलूशन बढ़ने के अलग अलग कारण है किसी का योगदान 10 परसेंट है तो किसी का 5 परसेंट है किसी का 20 परसेंट और किसी का 40 परसेंट है किस चीज का एयर पोलूशन बढ़ाने में योगदान अधिक है अभी तक इस पर पूरी स्टडी नहीं है हमारा प्रयास यह चल रहा है कि पहले तो इसका कारण पता किया जाए की धूल की वजह से है इंडस्ट्री की वजह से निकले दुआ की वजह से है वाहनों की वजह से धुआं है इस पर पूरा प्रयास चल रहा है और इसको लेकर हम काम कर रहे हैं।





Conclusion:पिछले कुछ महीनों में लखनऊ में एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार खतरनाक स्तर पर बड़ा कई बार तो 500 तक एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंच गया यूपी के गाजियाबाद नोएडा आगरा कानपुर वाराणसी सही तमाम शहरों में कभी 402 कभी पांसो तो कई बार तो 700 तक को एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंचा और लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हुई अब वायु प्रदूषण बढ़ने के कारणों का सही पता पता लगाने की कवायद उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से की जा रही है अब देखना यह होगा कि यह सब प्रयास किस स्तर पर होंगे और लोगों को वायु प्रदूषण से कब तक राहत मिल सकेगी।




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