लखनऊ: उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने मंगलवार को लोक भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर परिवहन विभाग की 100 दिन की उपलब्धियां सामने रखीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि 100 दिन में 11 काम पूरे करने को कहा था उन्हें हमने पूरा कर लिया है. प्रदेश में घर बैठे लर्निंग लाइसेंस ऑनलाइन बन रहे है. अब आरटीओ ऑफिस में लर्निंग लाइसेंस के लिए आने की जरूरत नहीं बची है. इससे भ्रष्टाचार पर रोक लग रही है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि शादी-विवाह या अन्य किसी अवसर पर कहीं जाने के लिए अब ऑनलाइन स्पेशल परमिट आवेदन हो सकता है. आरटीओ ऑफिस जाने के आवश्यकता नहीं है. परिवहन विभाग में पहली बार एकमुश्त समाधान योजना लागू की गई है. जो गजट जारी होने से तीन माब तक प्रभावी रहेगी. परमिट प्राप्त करने में विलंब न हो इसके लिए ऑनलाइन परमिट पर डिजिटल हस्ताक्षर की व्यवस्था लागू की गई है जिससे वाहन स्वामी वाहन पोर्टल पर परमिट डाउनलोड कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि बरेली में ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का निर्माण पूर्ण कर ऑटोमेटिक टेस्टिंग भी प्रारंभ कर दी गई है. बरेली, अलीगढ़ और झांसी में डीटीटीआई का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. टेस्टिंग ट्रैक पर मैनुअल ड्राइविंग टेस्ट लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखकर निजी क्षेत्रों में वाहनों की फिटनेस की ऑटोमेटिक व्यवस्था बनाए जाने के लिए राज्य सरकार ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन की मानक संचालन प्रक्रिया निर्धारित कर रही है. फिरोजाबाद और उरई में ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदकों की सुविधा के लिए कार्यालय परिसर में सारथी भवन की स्थापना की गई है.
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उन्होंने कहा कि कायाकल्प योजना के तहत बसों की डेंटिंग पेंटिंग और सीटों की मरम्मत का कार्य लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत पूरा कर लिया गया है. 150 नई बसों को बस बेड़े में जोड़ा जाना है जिनमें से 148 बसें बनकर तैयार हो चुकी हैं. वर्तमान में प्रदेश में परिवहन निगम 647 वातानुकूलित जनरथ बसों का संचालन कर रहा है जिससे तमाम जनपदों को जोड़ा गया है.
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