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गंगा एक्सप्रेस वे पर वाहन दौड़ने के बाद लगेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर टोल - गंगा एक्सप्रेस वे का संचालन

महोबा से इटावा के बीच शुरू हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे (Bundelkhand Expressway) का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कुछ समय पहले किया था. उसके बाद में ऐसी चर्चाएं होने लगी थीं कि जल्द ही इस एक्सप्रेस-वे पर टोल की शुरुआत हो जाएगी.

बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे
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Published : Sep 30, 2022, 3:34 PM IST

लखनऊ : महोबा से इटावा के बीच शुरू हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे (Bundelkhand Expressway) का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कुछ समय पहले किया था. उसके बाद में ऐसी चर्चाएं होने लगी थीं कि जल्द ही इस एक्सप्रेस-वे पर टोल की शुरुआत हो जाएगी. मगर अब यूपीडा की ओर से स्पष्ट किया गया है कि टोल शुरू होने में एक साल का समय लगेगा. जब तक यहां जनसुविधा पूरी नहीं हो जाएगी तब तक टोल नहीं लगाया जाएगा. गंगा एक्सप्रेस वे के संचालन के बाद बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर टोल लगेगा.

बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे चित्रकूट, इटावा के साथ साथ बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन और औरैया से होकर गुजर रहा है. चित्रकूट जिले में भरतकूप के पास से शुरू होकर बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे इटावा जिले के कुदरैल गांव के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के साथ मिल जाता है. यह श्यामा, यमुना, बेतवा जैसी नदियों के ऊपर से होकर गुजरा है. 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में चार रेलवे ओवरब्रिज, 14 बड़े पुल, 286 छोटे पुल और 19 फ्लाईओवर बनाए गए हैं. इस एक्सप्रेस वे से दिल्ली तक सफर के दौरान यात्रियों को 6 टोल प्लाजा से गुजरना होगा. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुताबिक, अभी यह एक्सप्रेस वे चार लेन का है. आने वाले समय में इसमें दो लेन और बढ़ाए जाएंगे और यह छह लेन का हो जाएगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को हरा-भरा बनाने के लिए इसके दोनों किनारों पर सात लाख पौधे लगाए जा रहे हैं. करीब तीन महीने पहले इस एक्सप्रेस वे का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.

बुंदेलखंड के निवासियों के लिए चित्रकूट से नई दिल्ली छह घंटे में पहुंचने का रास्ता साफ हो गया. इससे पहले तक यह दूरी करीब 10 घंटे में तय होती थी. इस प्रोजेक्ट की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में रखी थी. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने इसे दो साल, दो महीने के रिकॉर्ड समय में पूरा किया है. चार लेन वाले वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए 14,850 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है.यूपीडा के सूत्रों ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस वे का जब संचालन शुरू हो जाएगा, उसके बाद ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे टोल लगना शुरू होगा. इसलिए कम से कम डेढ़ साल बाद इस पर टोल लगेगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर फिलहाल अभी टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा.

यह भी पढ़ें : 5G Launch : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी इस दिन करेंगे 5G सेवाओं की शुरुआत

यूपीडा के जनसंपर्क अधिकारी दुर्गेश कुमार के अनुसार, अभी टोल टैक्स वसूली की कोई भी तैयारी नहीं है. जब तक सभी जन सुविधाएं उपलब्ध नहीं होंगी, तब तक टोल टैक्स की वसूली नहीं होगी. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर लगभग एक साल का समय टोल टैक्स की वसूली में लग सकता है.

यह भी पढ़ें : PFI पर कार्रवाई के बाद मायावती का ट्वीट, RSS पर उठाए सवाल

लखनऊ : महोबा से इटावा के बीच शुरू हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे (Bundelkhand Expressway) का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कुछ समय पहले किया था. उसके बाद में ऐसी चर्चाएं होने लगी थीं कि जल्द ही इस एक्सप्रेस-वे पर टोल की शुरुआत हो जाएगी. मगर अब यूपीडा की ओर से स्पष्ट किया गया है कि टोल शुरू होने में एक साल का समय लगेगा. जब तक यहां जनसुविधा पूरी नहीं हो जाएगी तब तक टोल नहीं लगाया जाएगा. गंगा एक्सप्रेस वे के संचालन के बाद बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर टोल लगेगा.

बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे चित्रकूट, इटावा के साथ साथ बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन और औरैया से होकर गुजर रहा है. चित्रकूट जिले में भरतकूप के पास से शुरू होकर बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे इटावा जिले के कुदरैल गांव के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के साथ मिल जाता है. यह श्यामा, यमुना, बेतवा जैसी नदियों के ऊपर से होकर गुजरा है. 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में चार रेलवे ओवरब्रिज, 14 बड़े पुल, 286 छोटे पुल और 19 फ्लाईओवर बनाए गए हैं. इस एक्सप्रेस वे से दिल्ली तक सफर के दौरान यात्रियों को 6 टोल प्लाजा से गुजरना होगा. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुताबिक, अभी यह एक्सप्रेस वे चार लेन का है. आने वाले समय में इसमें दो लेन और बढ़ाए जाएंगे और यह छह लेन का हो जाएगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को हरा-भरा बनाने के लिए इसके दोनों किनारों पर सात लाख पौधे लगाए जा रहे हैं. करीब तीन महीने पहले इस एक्सप्रेस वे का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.

बुंदेलखंड के निवासियों के लिए चित्रकूट से नई दिल्ली छह घंटे में पहुंचने का रास्ता साफ हो गया. इससे पहले तक यह दूरी करीब 10 घंटे में तय होती थी. इस प्रोजेक्ट की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में रखी थी. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने इसे दो साल, दो महीने के रिकॉर्ड समय में पूरा किया है. चार लेन वाले वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए 14,850 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है.यूपीडा के सूत्रों ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस वे का जब संचालन शुरू हो जाएगा, उसके बाद ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे टोल लगना शुरू होगा. इसलिए कम से कम डेढ़ साल बाद इस पर टोल लगेगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर फिलहाल अभी टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा.

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यूपीडा के जनसंपर्क अधिकारी दुर्गेश कुमार के अनुसार, अभी टोल टैक्स वसूली की कोई भी तैयारी नहीं है. जब तक सभी जन सुविधाएं उपलब्ध नहीं होंगी, तब तक टोल टैक्स की वसूली नहीं होगी. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर लगभग एक साल का समय टोल टैक्स की वसूली में लग सकता है.

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