लखनऊ : रायबरेली में 9 जुलाई को पुलिस की मुठभेड़ में गिरफ्तार हुए दो बदमाश गुरुवार को लखनऊ के ट्राॅमा सेंटर से इलाज के दौरान फरार हो गये. इस दौरान सुरक्षा में रायबरेली पुलिस के दरोगा व सिपाही मौजूद थे. जिसके बाद रायबरेली पुलिस के साथ-साथ लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की 18 टीमें गठित की गई हैं.
9 जुलाई को रायबरेली के डलमऊ कोतवाली के कनहा गांव के पास पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़ हुई थी, जिसमें बड़ा गांव, शाहगंज जिला जौनपुर के इरफान और इंजमाम सहित चार बदमाशों को पकड़ा गया था. इंजमाम और इरफान के पैर में गोली लगी थी. इनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा था. मंगलवार की शाम दोनों को लखनऊ स्थित ट्राॅमा सेंटर रेफर कर दिया गया था. इन पर नजर रखने के लिए डलमऊ कोतवाली से दारोगा मोहित कुमार, हेड कांस्टेबल लालसा चौहान, कांस्टेबल मुकेश साहू, महेश सिंह, शक्ति सिंह, सचिन गौतम और आनंद कुमार को लगाया गया था.
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एडीसीपी वेस्ट लखनऊ चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि गुरुवार की सुबह 6:22 पर दोनों अपराधी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की आंखों में धूल झोंक कर ट्राॅमा सेंटर से भाग गए हैं. दोनों के पैरों में प्लास्टर चढ़ा हुआ था. इसके बावजूद दोनों फरार हो गए. इन्हें पकड़ने के लिए लखनऊ पुलिस रायबरेली पुलिस की मदद कर रही है. चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि ट्राॅमा सेंटर व मार्गों में लगे सीसीटीवी की जांच की जा रही है. इसके साथ ही रायबरेली पुलिस की मदद के लिए 9 पॉलीगॉन, क्राइम ब्रांच, 5 डेडिकेटेड समेत 18 टीमें गठित की गई हैं, जो दोनों ही अपराधियों को ढूंढ रही हैं.
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