लखनऊ : उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार महिला सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं, लेकिन फिर भी लापरवाही बरती जा रही है. इसका जीता जागता उदाहरण यूपी की राजधानी में देखने को मिला. जहां 25 जून की रात 9 बजे 2 छात्राओं से बीच सड़क पर दो शोहदों ने छेड़खानी की थी. छात्राओं की शिकायत के बाद भी स्थानीय पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था. मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को हुई. जिसके बाद लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने संबंधित थाना प्रभारी व एक दरोगा को सस्पेंड कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, काकोरी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की दो बहनें निजी स्कूल में पढ़ती हैं. छात्राओं ने बताया कि जब वह रात 9 बजे अपनी दादी के घर खाना देने जा रही थीं. तभी दो बाइक सवार शोहदों ने 25 जून को छेड़खानी की थी. इस दौरान दोनों बहनें बदमाशों से भिड़ गई थीं और उनका मोबाइल भी छीन लिया था. दोनों ने 1090 और स्थानीय पुलिस से शिकायत भी की, लेकिन पुलिस ने न तो केस दर्ज किया और न ही कोई कार्रवाई की. इसके बाद दोनों बहनों ने स्कूल जाना ही छोड़ दिया. परिवारीजनों की शिकायत पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मंगलवार को पुलिस ने केस दर्ज किया है. वहीं बदमाशों के पास से मिले मोबाइल फोन के आधार पर उनकी तलाश शुरू कर दी है.
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लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि आरोपियों की तलाश की जा रही है. जल्द ही गिरफ्तारी होगी. इस मामले में संबंधित थाना प्रभारी व एक दरोगा को सस्पेंड किया गया है.
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