लखनऊ : उत्तर प्रदेश एटीएस ने पिछले 5 सालों में 25 आतंकियों की गिरफ्तारी कर आतंकवादी संगठनों में हड़कंप मचा दिया है. बीते दिनों यूपी से तीन आतंकियों की धड़पकड़ के बाद आतंकी आका बौखलाए हुए हैं. जिसके बाद भारत में फैले अपने स्लीपर मॉड्यूल के जाल को बचाने के लिए यूपी एटीएस को रोकने की धमकी दी गयी है. ये धमकी मुंबई ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल के नंबर पर दी गयी है. इसमें कहा गया है कि 26/11 की याद ताजी करने के लिए मुंबई में एक बार फिर हमला होने वाला है. यही नहीं यूपी एटीएस मुंबई को उड़ाना चाहती है. ये धमकी पाकिस्तान के नंबर से दी गयी है.
मुम्बई ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल के व्हाट्सएप पर पाकिस्तानी नंबर से मैसेज आया है. मैसेज करने वाले ने बताया कि उसकी लोकेशन ट्रेस करोगे तो वो भारत के बाहर की दिखाएगी और धमाका मुंबई में होगा. इसमें बताया गया है कि उनकी मदद भारत के 6 लोग ही करेंगे. मुम्बई पुलिस के मुताबिक, इस धमकी भरे मैसेज की जांच की जा रही है. साथ ही अन्य राज्यों की एजेंसी से भी सहायता की जा रही है.
ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल के नंबर पर +923029858353 नंबर से आए वाट्सएप मैसेज में लिखा है. जी मुबारक हो, मुंबई में हमला होने वाला है. ये हमला 26/11 की नई ताजी याद दिलाएगा. इसमें 7 मोबाइल नंबर भी शेयर किए गए हैं, जो यूपी एटीएस के वरिष्ठ अधिकारियों के हैं. इसके आगे लिखा है कि मुंबई को उड़ाने की तैयारी कर रहे हैं. मैसेज में लिखा है कि यूपी एटीएस मुंबई को उड़वाना चाहती है. इसमें कुछ इंडियन मेरे साथ हैं. मैसेज में इनमें से कुछ के नाम भी शेयर किए गए हैं.
मुंबई ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल रूम को भेजे गए धमकी भरे मैसेज में हमले का जिम्मेदार यूपी एटीएस को बताए जाने पर यूपी एटीएस के एडीजी नवीन अरोड़ा ने बताया कि जिस तरह उत्तर प्रदेश पुलिस व एटीएस ने प्रदेश में आतंकवाद की कमर तोड़ी है, उससे आतंकी संगठनों में डर पैदा हुआ है. इस बौखलाहट में वो ऐसी नापाक हरकत कर रहे हैं. नवीन अरोड़ा के मुताबिक, यूपी में किसी भी हाल में एजेंसी आतंकवाद को पनपने नहीं देगी. वहीं एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि मुंबई पुलिस की ओर से किसी प्रकार से इस मैसेज को लेकर जानकारी साझा नहीं की गई है. अगर यूपी पुलिस से जांच में सहयोग मांगा जाएगा तो हम जरूर करेंगे.
पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश के आतंकी संगठन उत्तर प्रदेश को तबाह करने के मिशन पर काम कर रहे हैं. इसके लिए बड़ी संख्या में इन संगठनों ने स्लीपर मॉड्यूल प्रदेश में रिक्रूट किये हैं. यही नहीं फिदायीन व गोरिल्ला अटैक के लिए बाकायदा टारगेट भी उन्हें दे दिए गए थे, लेकिन यूपी एटीएस ने साल 2017 में लखनऊ में ISIS आतंकी सैफुल्लाह को मार गिराने के बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए विभिन्न आतंकी संगठनों के 25 स्लीपर मॉड्यूल की गिरफ्तारी कर भारत को बर्बाद करने वाले मंसूबों पर पानी फेर दिया है. यही वजह है कि अब यूपी एटीएस की कार्रवाई से घबराए आतंकी 26/11 जैसे हमले को दोहराने की गीदड़भभकी दे रहे हैं.
साल 2017 से अगस्त 2022 तक आतंकियों की हुई गिरफ्तारी
अगस्त 2022 : आजमगढ़ से ISIS आतंकी सबाउद्दीन, सहारनपुर से नदीम व कानपुर से हबीबुल उर्फ सैफुल्ला गिरफ्तार
अप्रैल 2022 : गोरखपुर से ISIS आतंकी अहमद मुर्तजा अब्बासी व सहारनपुर देवबंद से जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश का सदस्य तलहा गिरफ्तार
मार्च 2022 : सहारनपुर से लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी इनामुल गिरफ्तार
सितम्बर 2021 : ISI से जुड़े लखनऊ के आलमबाग से मोहम्मद आमिर, प्रयागराज के करेली से जीशान और रायबरेली के ऊंचाहार से लाला गिरफ्तार
जुलाई 2021 : लखनऊ से अलकायदा के अंसार गजवत-उल-हिंद के मिन्हाज अहमद और मसीरुद्दीन
फरवरी 2021 : खालिस्तानी आतंकी जगदेव सिंह जग्गा को लखनऊ के जानकीपुरम से गिरफ्तार किया गया
अगस्त 2020 : बलरामपुर के ISIS आतंकी अबु यूसुफ को दिल्ली से गिरफ्तार किया
जून 2020 : बरेली से अंसार गजवतुल हिंद संगठन से जुड़ा इनामुल गिरफ्तार
फरवरी 2019 : सहारनपुर से जैश-ए-मोहम्मद के शाहनवाज अहमद तेली व आकिब मलिक गिरफ्तार
दिसंबर 2018 : चकेरी एयरपोर्ट के पास से कमरज्जमा गिरफ्तार
यह भी पढ़ें : कल्याण सिंह की प्रतिमा का अनावरण कर योगी साधेंगे एक तीर के कई निशाने
अक्तूबर 2018 : बुलंदशहर में जाहिद और मेरठ कैंट से सेना का सिग्नल मैन कंचन सिंह गिरफ्तार
मार्च 2017 : सुरक्षा बलों ने लखनऊ में छिपे आतंकी सैफुल्ला को मार गिराया
मार्च 2017 : कानपुर से खुरासान मॉड्यूल के गौस मोहम्मद, दानिश, फैसल, इमरान, अजहर गिरफ्तार
यह भी पढ़ें : शिकायतों के निस्तारण न होने पर सीएम योगी सख्त, अफसरों पर गिर सकती है गाज