लखनऊ : उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा (Energy Minister Arvind Kumar Sharma) ने बिजली विभाग के अधिकारियों को सख्त तौर पर निर्देश दिया है कि समाधान सप्ताह में गंभीरता से उपभोक्ताओं की शिकायतें सुनी जाएं और उनका समाधान किया जाए. लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को दंडित किया जाएगा, लेकिन बिजली विभाग के कुछ अधिकारियों पर ऊर्जा मंत्री के इस अल्टीमेटम का भी असर नहीं पड़ा और समाधान दिवस के पहले दिन ही लापरवाही करने लगे. लिहाजा, ऊर्जा मंत्री ने एक अवर अभियंता को कार्य में शिथिलता बरतने का दोषी मानते हुए कार्रवाई कर दी. मऊ ज़िले के मादी सिपाह उपकेंद्र पर तैनात अवर अभियंता अशोक कुमार को सस्पेंड कर दिया गया.
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मऊ मंडल के अधीक्षण अभियंता आनंद पांडेय ने बताया कि मऊ के मादी सिपाह उपकेंद्र पर तैनात अशोक कुमार से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उपकेंद्र पर वे मौजूद ही नहीं थे. न तो उपकेंद्र पर समाधान सप्ताह को लेकर कोई प्रचार सामग्री लगाई गई थी न ही किसी तरह का बैनर लगा था. इससे साफ जाहिर होता है कि समाधान सप्ताह में उपभोक्ताओं की समस्या के समाधान के लिए अवर अभियंता गंभीर नहीं हैं. उन्होंने बताया कि सक्षम अधिकारी होने के नाते मैंने अवर अभियंता अशोक कुमार को निलंबित कर दिया है. उन्होंने बताया कि साफ तौर पर सभी अवर अभियंता, उपखंड अधिकारियों और अधिशासी अभियंताओं को निर्देशित किया गया है कि समाधान सप्ताह में किसी तरह की लापरवाही ना बरतें. अगर लापरवाही बरतेंगे तो इसी तरह की कार्रवाई उन पर भी की जाएगी.
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ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा है कि सुशासन की दिशा में बाधा बनने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. उपभोक्ताओं की शिकायतों का हरहाल में अधिकारियों को समाधान करना होगा. ऊर्जा मंत्री की पहल पर सभी विद्युत उपभोक्ताओं को प्रभावी सेवा और जन शिकायतों का त्वरित समाधान देने के लिए 12 से 19 सितंबर तक 'विद्युत समाधान सप्ताह' आयोजित हो रहा है. ऊर्जा मंत्री की गम्भीरता इस बात से समझी जा सकती है कि इस कार्य में पहले ही दिन शिथिलता प्रदर्शित करने पर मऊ ज़िले के मादी सिपाह उपकेंद्र पर तैनात अवर अभियंता अशोक कुमार को तकाल प्रभाव से मंगलवार को निलम्बित किया गया है.
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