लखनऊ : राजधानी के विभूति खंड थाना अंतर्गत ड्यूटी के दौरान सिपाही सुरेंद्र यादव सोमवार शाम बाइक से जा रहे थे. उसी दौरान सिपाही की बाइक अनियंत्रित हो गई. जिसके बाद सिपाही के सिर पर गंभीर चोटें आ गईं. इसकी जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस स्टेशन की मदद से सिपाही को एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. सिपाही ने इलाज के दौरान शुक्रवार दोपहर करीब 12:00 बजे दम तोड़ दिया. इसके बाद लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस में शोक की लहर दौड़ गई. बताया जाता है कि सुरेंद्र ने 2020 में यूपीपी में नौकरी की शुरूआत की थी.
मूल रूप से हाथरस के रहने वाले सुरेंद्र यादव की उम्र करीब 34 वर्ष थी. सुरेंद्र यादव सामान्य किसान वर्ग के परिवार से आते थे. सुरेंद्र के परिवार में मां, पिता, पत्नी व तीन बच्चे हैं. सबसे छोटा बच्चा डेढ़ माह का है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सुरेंद्र यादव ने ग्रेजुएट तक पढ़ाई की थी. वर्ष 2020 में नौकरी मिलने के बाद घर की सारी जिम्मेदारी सुरेंद्र यादव पर थी.
विभूति खंड थाना प्रभारी आशीष मिश्र ने बताया कि मृतक सिपाही सुरेंद्र यादव सरल और शांत स्वभाव के थे. सोमवार को ड्यूटी के दौरान जब वह विभूति खंड क्षेत्र से जा रहे थे. उसी दौरान उनकी बाइक अनियंत्रित हो गई. इसके बाद उनके सिर में काफी चोट आ गई थी. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घायल सिपाही सुरेंद्र को इलाज के लिए गोमती नगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. थाना प्रभारी आशीष मिश्र ने बताया कि मृतक सुरेंद्र यादव के परिजनों को उत्तर प्रदेश के कई थानों से पुलिसकर्मियों ने आर्थिक सहायता भी मुहैया कराई है. सिपाही सुरेंद्र यादव की मौत से लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस में शोक की लहर है.
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