लखनऊ : भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही यूपी की योगी सरकार ने एक बार फिर बड़ा एक्शन लिया है. अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में वर्षों से अपनी पैठ जमाए संयुक्त निदेशक शेषनाथ पांडे को कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. शेषनाथ पांडे के खिलाफ वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप लगे हैं.
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक (तत्कालीन रजिस्ट्रार) एसएन पांडे को वित्तीय अनियमितता के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि संयुक्त निदेशक पर लगे आरोपों की जांच के लिए सचिव एवं निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग डाॅ. रोशन जैकब को नामित किया गया है.
कई सरकारों में कुर्सी पर बने रहे : अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में जमे एसएन पांडे पहले भी कई बार सुर्खियों में रह चुके हैं. संयुक्त निदेशक पर वित्तीय अनियमितता और अन्य शिकायतों के चलते योगी सरकार का हंटर पहले भी चल चुका है. उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार पद पर आसीन एसएन पांडे को कुछ वक्त पहले ही कुर्सी से बेदखल किया गया था, वहीं एक बार फिर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है.
गौरतलब है कि अपने 100 दिन के कामकाज का लेखा-जोखा प्रस्तुत करने के दौरान कैबिनेट मंत्री ने यह स्पष्ट किया था कि विभाग में भ्रष्टाचार और काम के प्रति लापरवाही पर सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति रहेगी. बयान के कुछ घंटों के अंदर एसएन पांडे पर विभागीय मंत्री धर्मपाल सिंह ने कड़ा एक्शन ले लिया.
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