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सभी प्रवासी श्रमिकों की पूरी हुई स्किल मैपिंग: मुख्य विकास अधिकारी - लखनऊ खबर

अन्य राज्यों से आए प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग की प्रक्रिया की जा रही है. मुख्यमंत्री के आदेश पर जल्द से जल्द अब श्रमिकों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे. मुख्य विकास अधिकारी मनीष बंसल ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान करीब 9 हजार से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों की वापसी हुई है और सभी की स्किल मैपिंग कराई जा चुकी है.

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मनीष बंसल, मुख्य विकास अधिकारी.
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Published : Jun 12, 2020, 8:34 AM IST

लखनऊ: लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से राजधानी वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग कराई जा रही है. जिला प्रशासन यह दावा कर रहा है कि करीब साढ़े 8 हजार से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग कराई जा चुकी है. दरअसल, प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द ऐसे श्रमिकों की पहचान कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएं. इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी मनीष बंसल ने तमाम जानकारी दी.

9 हजार से ज्यादा प्रवासियों की हुई वापसी
मुख्य विकास अधिकारी मनीष बंसल ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान करीब 9 हजार से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों की वापसी हुई है. इनमें से करीब 8 हजार से ज्यादा लोग 18 साल से ऊपर के थे. सभी की स्किल मैपिंग कराई जा चुकी है. इसके साथ-साथ इनकी योग्यता को परखा जा रहा है.

लोगों को किया जा रहा चिन्हित
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि बाहर से लौटे प्रवासी नागरिकों को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए तहसीलवार और विकासखंडवार लोगों को चिन्हित किया जा रहा है. उनकी स्किल मैपिंग कराई जा रही है. स्किल मैपिंग में मुख्यतः फैब्रिकेशन, टेलरिंग, कुकिंग, सेल्स और मार्केटिंग, प्लंबरिंग, पेंटिंग, फैक्ट्री प्रोसेसिंग, निर्माण कौशल आदि 65 से ज्यादा विधाओं में विभाजित करते हुए उनके कौशल की पहचान की जा रही है.

होम क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद और मिलेंगे अवसर
आईएएस मनीष बंसल ने बताया कि होम क्वारंटाइन की अवधि पूरी होने के बाद ऐसे प्रवासी श्रमिकों को वित्तीय सहायता और ऋण की सुविधा देते हुए रोजगार के और अवसर दिए जाएंगे.

लखनऊ: लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से राजधानी वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग कराई जा रही है. जिला प्रशासन यह दावा कर रहा है कि करीब साढ़े 8 हजार से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग कराई जा चुकी है. दरअसल, प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द ऐसे श्रमिकों की पहचान कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएं. इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी मनीष बंसल ने तमाम जानकारी दी.

9 हजार से ज्यादा प्रवासियों की हुई वापसी
मुख्य विकास अधिकारी मनीष बंसल ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान करीब 9 हजार से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों की वापसी हुई है. इनमें से करीब 8 हजार से ज्यादा लोग 18 साल से ऊपर के थे. सभी की स्किल मैपिंग कराई जा चुकी है. इसके साथ-साथ इनकी योग्यता को परखा जा रहा है.

लोगों को किया जा रहा चिन्हित
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि बाहर से लौटे प्रवासी नागरिकों को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए तहसीलवार और विकासखंडवार लोगों को चिन्हित किया जा रहा है. उनकी स्किल मैपिंग कराई जा रही है. स्किल मैपिंग में मुख्यतः फैब्रिकेशन, टेलरिंग, कुकिंग, सेल्स और मार्केटिंग, प्लंबरिंग, पेंटिंग, फैक्ट्री प्रोसेसिंग, निर्माण कौशल आदि 65 से ज्यादा विधाओं में विभाजित करते हुए उनके कौशल की पहचान की जा रही है.

होम क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद और मिलेंगे अवसर
आईएएस मनीष बंसल ने बताया कि होम क्वारंटाइन की अवधि पूरी होने के बाद ऐसे प्रवासी श्रमिकों को वित्तीय सहायता और ऋण की सुविधा देते हुए रोजगार के और अवसर दिए जाएंगे.

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