लखनऊ: लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में रैगिंग के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. सीनियर्स का जूनियर पर अत्याचार बढ़ता गया. नए छात्र भय व तनाव से जूझने लगे. ऐसे में अफसरों ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. रैगिंग करने के आरोप में मंगलवार को 6 छात्रों को निलंबित कर दिया गया. इसमें एक आत्महत्या का प्रयास करने वाला छात्र भी शामिल है.
लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एमबीबीएस की 200 सीटें हैं. यहां प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राएं मुख्य परिसर स्थित एस सी राय हॉस्टल में रहते हैं. वहीं द्वितीय व तृतीय वर्ष के सीनियर छात्र शहीद पथ स्थित सरयू हॉस्टल में रहते हैं. यह सीनियर छात्र 2019 और 2020 के हैं. आरोप है कि इन्होंने जुलाई में जूनियर्स के साथ रैगिंग की. इस दौरान एक छात्रा को एकेडमी ब्लॉक के लेक्चर हॉल में बुलाया. उससे गाना गाने और डांस करने के लिए कहा. जब छात्रा ने मना किया तो उससे अभद्रता शुरू कर दी गयी. इस दौरान दूसरी छात्राओं ने रैगिंग रोकने की कोशिश की तो सीनियर उन्हें भी धमकाने लगे. ऐसे में पीड़ित छात्रा भाग खड़ी हुई. उसे सीनियर ने शिकायत करने पर खामियाजा भुगतने की धमकी दी थी.
लोहिया संस्थान में रैगिंग चलती रही और संस्थान प्रशासन आरोपों से कन्नी काटता रहा. 25 मार्च को ईटीवी भारत ने खुलासा किया था. इसमें सीनियर्स के फरमान पर सभी छात्रों को जीरो प्वाइंट बाल कटवाने पड़े था. साथ ही वीडियो कॉलिंग पर लुंगी डांस भी कराया गया था.
वर्ष 2019 में सैफई मेडिकल कॉलेज में रैगिंग को लेकर शासन तक हड़कंप मचा था. इसके बाद लोहिया संस्थान में एंटी रैगिंग कमेटी में आठ संकाय सदस्यों को शामिल किया गया था. यह रात में हॉस्टल में औचक छापामारी करते थे. वहीं सीनियर व जूनियर दोनों छात्रों से रैगिंग को लेकर इनपुट जुटाते थे. एक छात्र के मुताबिक संस्थान की वेबसाइट पर शिकायत के बाद अधिकारियों ने शिकायतकर्ता को मेल करने पर फटकार लगाई थी. साथ ही अगली बार घटना होने पर मौखिक ही बताने की हिदायत दी, ताकि घटनाएं रिकॉर्ड में न आ सकें.