लखनऊ : उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का चयन भाजपा के नए महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के आने के बाद होगा. राष्ट्रीय महामंत्री बनने के बाद अब सुनील बंसल युग यूपी में समाप्त हो गया है. धर्मपाल सिंह के आने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर उनकी संस्तुति ली जाएगी. संगठन मंत्री की संस्तुति के बाद ही यूपी भाजपा का अध्यक्ष चुना जाएगा. ऐसे में अभी अध्यक्ष बनने में कुछ समय और लग सकता है.
भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष अगले कुछ दिन में आ जाएगा. जिसके लिए किसी ब्राह्मण चेहरे को फाइनल किया जा रहा है. जिसकी घोषणा बहुत जल्द की जाएगी. जिसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी के लिए अगला एक महीना बड़ी सियासी हलचल का रहेगा. प्रदेश कार्यसमिति में बदलाव देखने को मिलेंगे. उसके बाद विभागों और प्रकोष्ठ में पदाधिकारी बदले जाएंगे. जिसके बाद में पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर भी बदलाव होंगे. अब तक भाजपा के सभी प्रदेश अध्यक्ष पूर्व महामंत्री संगठन सुनील बंसल की मर्जी से बनते रहे हैं. मगर अब नए महामंत्री संगठन का निर्णय अहम होगा.
इसके अलावा कैबिनेट मंत्री एके शर्मा और राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह अब उपाध्यक्ष पद पर नहीं रहेंगे. इसके अलावा जेपीएस राठौर जो कि सहकारिता मंत्री के साथ ही भाजपा के प्रदेश महामंत्री भी हैं उनकी जगह भी नया नाम सामने आएगा. इन चार अहम बदलावों के अलावा भाजपा के प्रदेश संगठन के सभी विभागों और प्रकोष्ठ में अमूल चूल बदलाव किये जाएंगे. जिसमें प्रदेश कार्यसमिति के अनेक वर्तमान नेताओं को बदला जाएगा. इसके अलावा विभागों में भी बदलाव होगा. अनेक नेताओं को किनारे लगाया जाएगा और नए नेताओं को मौका मिलेगा. खासतौर पर भाजयुमो, किसान मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा, महिला मोर्चा और मीडिया विभाग में बदलाव 2024 लोकसभा चुनाव के अनुरूप किया जाएगा.
यह भी पढ़ें : वरिष्ठ कांग्रेसी सिब्ते रजी के निधन पर राजनीतिक दलों ने जताया दुःख
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर ब्राह्मण चेहरे को लेकर केंद्रीय संगठन में सहमति बन चुकी है. राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेई, लोकसभा सांसद रमापति राम त्रिपाठी, लोकसभा सांसद हरीश द्विवेदी और कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक में किसी एक के नाम पर अंतिम मुहर लग सकती है. सूत्रों का कहना है कि 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर ऐसा अध्यक्ष चुना जाना है जिसका प्रभाव पूरे उत्तर प्रदेश पर नजर आता हो. इसलिए इन चारों में से एक का नाम चुना जाना संभव है. जिसको लेकर घोषणा बहुत जल्द की जाएगी.
यह भी पढ़ें : शिकायतों के निस्तारण न होने पर सीएम योगी सख्त, अफसरों पर गिर सकती है गाज