लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (National President Akhilesh Yadav) ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में तेज बारिश से जनजीवन बुरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है. सरकारी दावों और स्थानीय निकायों के कामकाज की भी इससे पोल खुल गई है. राजधानी लखनऊ सहित कई जनपदों में मौतें हुई हैं. स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर करोड़ों के वारे-न्यारे हो गए पर हालत हालत जस के तस हैं. बारिश के एक तेज झोंके में ही भाजपा सरकार की तमाम योजनाएं बह गईं.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (National President Akhilesh Yadav) ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि इन दिनों भारी बरसात होने की भविष्यवाणी पहले ही मौसम विभाग कर चुका है. इससे शासन-प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया. अधिकारी अनजान बने रहे. जिससे तमाम जगहों पर जलभराव से जनजीवन ठप्प हो गया. जल निकासी की व्यवस्था लचर होने, नालों की सफाई न होने से लोग दिक्कत में फंस गए. घरों तक में पानी भर गया. घर-सम्पत्ति का भारी नुकसान हुआ है. सड़कें धंस गई हैं. उन्होंने कहा कि इस बरसात ने खेती-बाड़ी को बहुत नुकसान पहुंचाया है. फसलें पानी में डूब गई हैं. जगह-जगह पेड़ गिर गए हैं. स्कूल-काॅलेज और सरकारी दफ्तर बंद हो गए. ग्रामीण इलाकों में बिजली पिछले 24 घंटे से गुल है. कई इलाके झील में तब्दील हो गए. भाजपा सरकार की बदइंतजामी का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है.
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उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार, जनता और जनसमस्याओं के प्रति पूर्णतया उपेक्षा और संवेदनहीनता का रवैया अपनाये हुए है. मुख्यमंत्री सख्ती करने के तथाकथित निर्देश जारी करते रहते हैं पर अब उनके ही अधिकारी उनकी बातों पर ध्यान नहीं देते हैं. भाजपा के विधायक भी कहने लगे हैं कि मुख्यमंत्री कार्यालय से ही लूट चल रही है. जब चारों तरफ लूट-भ्रष्टाचार है तब जनता का क्या हाल है कोई पूछने वाला नहीं है.
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