लखनऊ : विधान परिषद (Legislative Assembly) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने बुधवार को पूरे दिन हंगामा किया. आजम खान के खिलाफ चल रहे मुकदमों को लेकर सरकार पर सपा ने आरोप लगाया कि उनको बेवजह फंसाया जा रहा है. इसकी वजह से सरकार पर आरोप लगाते हुए सपा के सदस्य वेल तक पहुंच गए. इसके बाद में सदन स्थगित किया गया. दोबारा जब सदन शुरू हुआ तो शिक्षामित्रों के मुद्दे पर हुए हंगामे के बाद समाजवादी पार्टी के सदस्य दोबारा वाक आउट कर गए.
सपा ने विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होने के बाद सबसे पहले आजम खान पर मुकदमों का मामला उठाया. सपा के नरेश उत्तम ने कहा कि आजम खान का उत्पीड़न किया जा रहा है. फर्ज़ी मुकदमे लगाए जा रहे हैं. जिस पर भाजपा की ओर से नेता सदन केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं. जांच से दूध का दूध औऱ पानी का पानी हो जाएगा. इसके अलावा पूरी न्याय प्रणाली है. जिस पर सबको भरोसा होना चाहिए. इस जवाब से असंतुष्ट होकर समाजवादी पार्टी के सदस्य सदन के वेल में आ गए. इसके बाद सभापति मानवेंद्र सिंह ने सदन को 11:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. 11:30 बजे सदन शुरू होने की शुरुआत की गई. इसके बाद फिर से समाजवादी पार्टी के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद एक बार फिर विधान परिषद 12:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
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दोबारा सदन का आगाज हुआ तो समाजवादी पार्टी ने फिर से विधान परिषद का वॉकआउट किया. शिक्षामित्रों को उचित वेतन न देने के मसले पर बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के पक्ष से संतुष्ट नहीं थे, जिस पर हंगामा हुआ. भाजपा की ओर से नेता सदन केशव प्रसाद मौर्य ने सपा पर आरोप लगाया कि सपा पिछड़ा विरोधी है. इसलिए पिछड़े वर्ग से आने वाले मंत्री संदीप सिंह को बोलने नहीं देना चाहती है. जिसके बाद सपा के सदस्य सदन से चले गए.
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