लखनऊ: शहर के सभी होटलों में निर्माण और अग्निशमन मानकों की जांच होगी. प्रमुख सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण ने शहर में संचालित हो रहे होटलों के मानकों की रिपोर्ट एलडीए से तलब की है. एलडीए के जोन 6 के नाका, चारबाग क्षेत्रों में जारी नोटिस के बाद होटल व्यापारियों ने रिआयत के लिए एलडीए वीसी अक्षय त्रिपाठी से मुलाकात की थी. लेकिन, अब पूरे शहर के होटलों की जांच होगी. वीसी ने सभी जोनल अधिकारियों से ब्यौरा मांगा है. लखनऊ में करीब 4 साल पहले चारबाग में अवैध निर्माण करके बनाए गए दो होटलों में आग लग गई थी. जिसमें करीब 7 लोगों की मौत हो गई थी. पिछले महीने ही गोमती नगर विभूति खंड के होटल ग्रैंड सेवी में भी आग लगी थी. इस होटल में भी अवैध निर्माण किया गया है लेकिन, लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की है.
लखनऊ के अधिकांश होटल अवैध निर्माण करके बनाए गए हैं. कुछ स्टार रेटेड और अच्छे होटलों को छोड़ दें तो नाका हिंडोला, चारबाग, कानपुर रोड, महानगर, निराला नगर, चौक, गोमती नगर में बड़े होटलों से लेकर छोटे गेस्ट हाउस तक आवासीय नक्शा पास कराकर या बिना नक्शा पास कराए ही बना दिए गए हैं. जहां होटल का नक्शा पास भी किया गया है वहां मानचित्र का जमकर उल्लंघन किया गया है. इसी वजह से हादसे भी होते रहे हैं. जून 2018 में चारबाग के होटल विराट इंटरनेशनल और होटल एसएसजे में हुए अग्निकांड में 7 लोगों की मौत हुई थी. दोनों ही अवैध निर्माण किए गए थे. यहां आवासीय नक्शा पास करके होटल का निर्माण किया गया था. नाका में अधिकांश होटल इसी तरह से अवैध निर्माण करके बनाए गए हैं.
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प्रमुख सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण की सख्ती के बाद एक बार फिर लखनऊ विकास प्राधिकरण अभियान शुरू करने जा रहा है. उपाध्यक्ष अक्षय कुमार त्रिपाठी की ओर से सभी जोनल अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि वह अपने-अपने इलाकों के होटल की जांच करके यह सुनिश्चित करें कि सभी का निर्माण मानचित्र के अनुरूप हुआ है की नहीं.
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