लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) में अपर मुख्य सचिव रहे रिटायर्ड आईएएस अधिकारी अवनीश अवस्थी (Retired IAS officer Avnish Awasthi) ने शुक्रवार को मथुरा में अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की और दिशा निर्देश दिए. इसको लेकर सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हो रही है कि योगी सरकार में उन्हें मिलने वाली नई जिम्मेदारी से पहले ही अवनीश अवस्थी पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं. मथुरा में उन्होंने ब्रज तीर्थ विकास को लेकर बैठक की और अफसरों को पर्यटन के क्षेत्र में हो रहे कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. पर्यटन प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम, बृज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजा कांत मिश्रा, डीएम नवनीत सिंह चहल, एसएसपी अभिषेक यादव, नगर आयुक्त अनुनय झा, एडीएम वित्त योगानन्द पांडेय बैठक में मौजूद रहे हैं.
वहीं सरकार में मिलने वाली नई जिम्मेदारी से पहले ही अवनीश अवस्थी की प्रशासनिक अफसरों के साथ हुई बैठक को लेकर समाजवादी पार्टी ने सवाल खड़े किए हैं. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आईपी सिंह ने ट्वीट करके कहा है कि जानकारी मिली है कि रिटायर्ड अधिकारी अवनीश अवस्थी किस प्रोटोकाॅल Protocol से मथुरा के डीएम और एसएसपी के साथ बैठक कर रहे हैं. क्या मुख्यमंत्री कार्यालय या मुख्य सचिव @ChiefSecyUP बतायेंगे? वृंदावन कॉरिडोर को लेकर अवस्थी ने बैठक की. सपा प्रवक्ता आईपी सिंह ने दूसरे ट्वीट में वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि 'क्या उत्तर प्रदेश में IAS अफसरों की कमी हो गई है? एक सेवानिवृत्त IAS अफसर का प्रोटोकॉल एक कैबिनेट मंत्री से भारी. डीएम कप्तान बड़े-बड़े अफसर स्वागत के लिए खड़े हैं और खुलेआम डंके की चोट पर मीटिंग ले रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ शासन के उच्च स्तरीय सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के निर्देश के बाद उन्हें सरकार में सलाहकार बनाए जाने को लेकर कवायद चल रही है. मुख्यमंत्री जल्द ही उन्हें सलाहकार बनाने के प्रस्ताव को अनुमोदित करेंगे. इसके बाद जल्द ही इस संबंध में औपचारिक आदेश जारी कर दिए जाएंगे.
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उल्लेखनीय है कि सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अवनीश अवस्थी (Retired IAS officer Avnish Awasthi) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के काफी भरोसेमंद और सबसे ताकतवर अफसर रहे हैं. उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराधी माफियाओं पर बुलडोजर चलाकर विधानसभा चुनाव 2022 (assembly election 2022) में सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका के निर्वहन के रूप में भी अवनीश अवस्थी को देखा जाता है. शुरू में यह कवायद शुरू हुई थी कि रिटायरमेंट के बाद उन्हें 1 साल या 6 महीने का सेवा विस्तार केंद्र सरकार दे सकती है. इसको लेकर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भी भेजा गया था, लेकिन केंद्र ने उन्हें सेवा विस्तार नहीं दिया और वह 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हो गए. मुख्यमंत्री के विश्वस्त और भरोसेमंद अधिकारी होने के कारण उन्हें अब सरकार में सलाहकार की जिम्मेदारी मिलने वाली है.
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