लखनऊ: यूपी की जनता को मौकापरस्त और अवसरवादी राजनीति करने वाले नेता रास नहीं आए. विधानसभा चुनाव के लिए आचार सहिंता लगते ही योगी सरकार के तीन कैबिनेट मंत्रियों ने आधे दर्जन विधायकों के साथ इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी का दामन थामा था. इस्तीफा देने वालों में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान, कैबिनेट मंत्री धर्म सिंह सैनी के साथ चार विधायक रोशन लाल वर्मा, ब्रजेश प्रजापति, भगवती प्रसाद सागर और मुकेश वर्मा शामिल थे.
इन सभी बागी नेताओं ने इस बार समाजवादी पार्टी के टिकट से ताल ठोकी तो दारा सिंह चौहान के अलावा सभी बागी कहीं के नहीं रहे हैं. फाजिलनगर से समाजवादी प्रत्यासी स्वामी प्रसाद मौर्य को भाजपा के सुरेन्द्र कुशवाहा ने उन्हें 45,633 वोटों के अंतर से हरा दिया है. सपा उम्मीदवार स्वामी प्रसाद मौर्य को कुल 69,710 वोट मिले. जबकि बीजेपी के सुरेन्द्र कुशवाहा को 1,15,343 वोट मिले.
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वहीं दूसरे मंत्री जिन्होंने कमल छोड़ साइकिल की सवारी चुनी थी वे हैं धर्म सिंह सैनी. नकुड़ सीट से चुनाव लड़ने वाले धर्म सिंह सैनी को बीजेपी के मुकेश चौधरी ने हरा दिया है.
स्वामी प्रसाद खेमे के विधायकों की बात करें, जिन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थामा था. उनमें तिंदवारी के प्रत्याशी ब्रजेश प्रजापति को बीजेपी के रामकेश निषाद ने हरा दिया है. वहीं तिलहर से चुनाव लड़े रोशन लाल वर्मा को सलोना कुशवाहा ने शिकस्त दी है. भगवती प्रसाद सागर भी घाटमपुर सीट से हार गए हैं. इस सीट से अपना दल (सोनेलाल) के सरोज ने जीत हासिल की है. शिकोहाबाद से स्वामी खेमे के एक और नेता मुकेश वर्मा भी हार गए हैं. उन्हें बीजेपी के ओम प्रकाश वर्मा ने हराया है.
दारा सिंह चौहान एक मात्र ऐसे नेता निकले, जो स्वामी प्रसाद के ही कदमों पर चलते हुए योगी सरकार से इस्तीफा दिया था और घोसी सीट से सपा के टिकट पर लड़ते हुए जीत हासिल की है.
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