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बंद ताले और जलती हुई लाइट से पकड़े गए अपहरणकर्ता, चार गिरफ्तार

राजधानी पुलिस ने चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार (Police arrested four kidnappers) किया है. इन चार अपहरणकर्ताओं ने सुमित कुमार शर्मा का पिछले दिनों अपहरण किया था. सुमित को इन्होंने मड़ियांव थाना क्षेत्र के घैला पुल के पास छिपा कर रखा था.

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Published : Oct 4, 2022, 5:31 PM IST

लखनऊ. राजधानी पुलिस ने चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार (Police arrested four kidnappers) किया है. इन चार अपहरणकर्ताओं ने सुमित कुमार शर्मा का पिछले दिनों अपहरण किया था. सुमित को इन्होंने मड़ियांव थाना क्षेत्र के घैला पुल के पास छिपा कर रखा था, जहां से सुमित कुमार को बरामद किया गया है. साथ ही अपहरण की घटना में शामिल नीतीश श्रीवास्तव, राजेश कुमार, रवि दीक्षित व सतीश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.


पुलिस के मुताबिक, मुख्य साजिशकर्ता अंकुर तिवारी ने घटना की साजिश रची थी, जिसके बाद उसने अपने साथी विपुल, राजीव शेरा, सतीश गौतम, रोहित गौतम, रवि दीक्षित, राजेश कुमार और नीतीश श्रीवास्तव के साथ मिलकर सुमित कुमार को एक अक्टूबर को रात को आठ बजे कैसरबाग चौराहे से अपहरण कर लिया था. मुख्य अपहरणकर्ता अंकुर तिवारी बैंक कर्मचारी है और सेल्स एसोसिएट का कार्य करता है. यह पिछले डेढ़ वर्षों से सुमित को जानता था इसे सुमित के बारे में सारी जानकारी रहती थी. अंकुर तिवारी ने बड़ी ही होशियारी से अपने ही दोस्त के अपहरण की साजिश रची थी. उसने बाकायदा टीम तैयार की और टीम के प्रत्येक सदस्य को ₹50000 देने की बात कही.

पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में यह बात सामने आई है कि इस काम को करने के बाद अंकुर तिवारी अपने बिजनेस को आगे बढ़ाना चाहता था. जिसके बाद बड़ी ही होशियारी से उसने अपहरण की साजिश रची. फिल्मी अंदाज में इन सभी ने अपने आप को पुलिस वाला बताते हुए सुमित का अपहरण किया. आरोपियों ने इतनी होशियारी बरती कि वह आपस में एक दूसरे का नाम नहीं लेते थे और अंकुर तिवारी को सभी सर कहकर बुलाते थे. सुमित का अपहरण करने के बाद अंकुर तिवारी ने उसके घर पर फोन कर फिरौती मांगी फिरौती मांगते ही फोन को स्विच ऑफ कर दिया जाता था.

पुलिस के मुताबिक, सुमित को आरोपियों ने मड़ियांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत घैला पुल के पास एक मकान में रखा, जहां बाहर से ताला बंद था, लेकिन आरोपियों से यह गलती हो गई कि बाहर से ताला बंद होने के बावजूद भी रात में उन्होंने घर की बत्ती जला दी. इससे आसपास के लोगों को शक हुआ और पुलिस को सूचना दी गई. इस मामले में अब तक कोई चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें नीतीश श्रीवास्तव, राजेश कुमार, रवि दीक्षित व सतीश कुमार शामिल हैं, अन्य की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.


यह भी पढ़ें : मूर्ति विसर्जन व चुप ताजिया जुलुस को लेकर ट्रैफिक डायवर्जन, यह है समय

पुरस्कृत होगी टीम : डीजीपी ने मदेयगंज अपहरण कांड को खोलने में अहम भूमिका निभाने वाले एक सब इंस्पेक्टर, 2 सिपाही व एक होमगार्ड को सम्मानित करने का ऐलान किया है, वहीं सीपी ने सभी कर्मचारियों को ₹10000 देकर पुरस्कृत किया है.

यह भी पढ़ें : यूपी में 16 आईएएस अफसरों को मिली ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पर तैनाती

लखनऊ. राजधानी पुलिस ने चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार (Police arrested four kidnappers) किया है. इन चार अपहरणकर्ताओं ने सुमित कुमार शर्मा का पिछले दिनों अपहरण किया था. सुमित को इन्होंने मड़ियांव थाना क्षेत्र के घैला पुल के पास छिपा कर रखा था, जहां से सुमित कुमार को बरामद किया गया है. साथ ही अपहरण की घटना में शामिल नीतीश श्रीवास्तव, राजेश कुमार, रवि दीक्षित व सतीश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.


पुलिस के मुताबिक, मुख्य साजिशकर्ता अंकुर तिवारी ने घटना की साजिश रची थी, जिसके बाद उसने अपने साथी विपुल, राजीव शेरा, सतीश गौतम, रोहित गौतम, रवि दीक्षित, राजेश कुमार और नीतीश श्रीवास्तव के साथ मिलकर सुमित कुमार को एक अक्टूबर को रात को आठ बजे कैसरबाग चौराहे से अपहरण कर लिया था. मुख्य अपहरणकर्ता अंकुर तिवारी बैंक कर्मचारी है और सेल्स एसोसिएट का कार्य करता है. यह पिछले डेढ़ वर्षों से सुमित को जानता था इसे सुमित के बारे में सारी जानकारी रहती थी. अंकुर तिवारी ने बड़ी ही होशियारी से अपने ही दोस्त के अपहरण की साजिश रची थी. उसने बाकायदा टीम तैयार की और टीम के प्रत्येक सदस्य को ₹50000 देने की बात कही.

पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में यह बात सामने आई है कि इस काम को करने के बाद अंकुर तिवारी अपने बिजनेस को आगे बढ़ाना चाहता था. जिसके बाद बड़ी ही होशियारी से उसने अपहरण की साजिश रची. फिल्मी अंदाज में इन सभी ने अपने आप को पुलिस वाला बताते हुए सुमित का अपहरण किया. आरोपियों ने इतनी होशियारी बरती कि वह आपस में एक दूसरे का नाम नहीं लेते थे और अंकुर तिवारी को सभी सर कहकर बुलाते थे. सुमित का अपहरण करने के बाद अंकुर तिवारी ने उसके घर पर फोन कर फिरौती मांगी फिरौती मांगते ही फोन को स्विच ऑफ कर दिया जाता था.

पुलिस के मुताबिक, सुमित को आरोपियों ने मड़ियांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत घैला पुल के पास एक मकान में रखा, जहां बाहर से ताला बंद था, लेकिन आरोपियों से यह गलती हो गई कि बाहर से ताला बंद होने के बावजूद भी रात में उन्होंने घर की बत्ती जला दी. इससे आसपास के लोगों को शक हुआ और पुलिस को सूचना दी गई. इस मामले में अब तक कोई चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें नीतीश श्रीवास्तव, राजेश कुमार, रवि दीक्षित व सतीश कुमार शामिल हैं, अन्य की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.


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पुरस्कृत होगी टीम : डीजीपी ने मदेयगंज अपहरण कांड को खोलने में अहम भूमिका निभाने वाले एक सब इंस्पेक्टर, 2 सिपाही व एक होमगार्ड को सम्मानित करने का ऐलान किया है, वहीं सीपी ने सभी कर्मचारियों को ₹10000 देकर पुरस्कृत किया है.

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