लखनऊ: पीजीआई कोतवाली क्षेत्र के कल्ली-पश्चिम स्थित पेट्रोल पम्प कर्मचारियों पर कार मालिक को पीटने का आरोप लगा है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को नई कार खरीदने के बाद पेट्रोल डलवाने पहुंचे मालिक का मैनेजर व आधा दर्जन कर्मचारियों से विवाद हो गया. आरोप है कि कर्मचारियों ने बुरी तरह पिटाई के बाद जेब से 15 सौ रुपये निकाल लिये. इसके साथ ही बेअंदाज कर्मचारियों ने कार मालिक को जबरन कार्यालय में बंद कर दिया. मौके पर मौजूद उपभोक्ता के विरोध के बाद कार मालिक को छोड़ा गया.
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन कर्मचारियों को हिरासत में लिया है. पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने लूट, मारपीट, जान से मारने की धमकी, बलवा समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी है.
मिली जानकारी के अनुसार, निगोहां के लालपुर गांव निवासी धीरेन्द्र मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार दोपहर वह नई मारूति वैगनआर कार लेने मोहनलालगंज स्थित शोरूम आये थे. जहां से कार लेने पर कर्मचारी ने पांच लीटर पेट्रोल की पर्ची देते हुये पीजीआई स्थित सुमित फीलिंग स्टेशन में डलवाने की बात कही. जिसके बाद वह कार लेकर पेट्रोल पम्प पर पहुंचे तो वहां मौजूद सेल्समैन ने पर्ची पर पेट्रोल न देने की बात कहते हुये कार हटाने को कहा. जिसके बाद धीरेंद्र ने कम्पनी को फोन कर पेट्रोल न मिलने की बात कही. उनका आरोप है कि तभी सेल्समैन गाली-गलौज करने लगा. जब विरोध किया तो मैनेजर समेत पम्प पर मौजूद करीब आधा दर्जन कर्मचारियों ने मारपीट शुरू कर दिया. साथ ही जेब में पड़े 15 सौ रुपये निकालकर कार्यालय में बंद कर दिया. जिसके बाद पेट्रोल पम्प पर मौजूद लोगों के विरोध करने पर आरोपी मैनेजर व कर्मचारियों ने कार मालिक को छोड़ा.
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एसएसआई प्रमोद सिंह ने बताया कि पीड़ित कार मालिक की तहरीर पर आधा दर्जन कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. तीन कर्मचारियों मनीष रावत, मनीष, हाकिम सिंह को हिरासत में ले लिये गया है.
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