लखनऊ: राजधानी में गोमती नदी तट स्थित झूलेलाल पार्क में इस बार एक लाख गाय के गोबर के दीए जलाकर ऐतिहासिक छोटी दीपावली मनाई जाएगी. इसको लेकर राजधानी की जनता में काफी उत्साह है.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम नंदन सिंह ने कहा कि भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में ऐतिहासिक दीपावली का त्योहार मनाया जाता है. इस बार राम जी के छोटे भाई लक्ष्मण की नगरी लखनऊ में भी छोटी दीपावली के अवसर पर गोमती नदी के तट पर एक लाख गाय के गोबर से बने दीयों को जलाकर ऐतिहासिक दीपावली का पर्व मनाया जाएगा.
गोशालाएं बनेंगी आत्मनिर्भर
श्याम नंदन सिंह का कहना है कि इससे निश्चित रूप से गोशालाएं आत्मनिर्भर बनेंगी. इसके साथ ही अयोध्या, मथुरा, काशी और चित्रकूट जैसे विश्व प्रसिद्ध राष्ट्रीय सांस्कृतिक क्षेत्र में गाय के गोबर से बने दीए जलाए जाएंगे. इसके साथ ही अब तक 35000 परिवारों को लगभग 65000 बेसहारा निराश्रित गोवंश गोपालकों को दिए जा चुके हैं.
गोबर से बन रहीं सजावटी वस्तुएं
गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम नंदन सिंह का कहना है कि गाय के गोबर से बायोगैस, लट्ठे, धूपबत्ती, अगरबत्ती, हवन सामग्री, राखी और विभिन्न प्रकार की हस्तशिल्प से सजावटी वस्तुएं बनाई जा रही हैं. इन सभी वस्तुओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा और इसका लाभ भी लोगों को मिलेगा.
लोगों में जागरूकता
बताते चलें कि दीपावली के त्योहार पर आमतौर पर चाइनीज दीपक की भरमार रहती थी. इस बार पर्यावरण के प्रति जागरूक लोगों ने गाय के गोबर से बने दीयों को जलाने का निर्णय लिया है. सरकार भी लगातार लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक कर रही है और निश्चित रूप से इस बार के त्योहार पर इसका असर भी साफ तौर पर देखने को मिलेगा.