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चार जून को विधायक ने किया था सड़क का शिलान्यास, हालत आज भी जस की तस, लोगों ने बयां की परेशानी - 10 फीसद बजट

राजधानी में सड़कों की हालत जर्जर हो चुकी है. वहीं चार जून को राजधानी की एक सड़क का शिलान्यास किया गया था. जिसके बाद कहा गया था कि 15 दिन में उसकी मरम्मत हो जाएगी. बावजूद इसके सड़क की हालत जस की तस है.

सड़क का शिलान्यास
सड़क का शिलान्यास
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Published : Jul 5, 2022, 7:54 PM IST

लखनऊ : खराब सड़कों पर चलना लखनऊ के लोगों की आदत हो गई है, लेकिन सड़क निर्माण को लेकर अब विधायक और पार्षद आम जनता से धोखाधड़ी कर रहे हैं. चार जून को राजधानी की एक सड़क का शिलान्यास किया गया था. जिसके बाद कहा गया था कि 15 दिन में उसकी मरम्मत हो जाएगी. लगभग एक महीना बीतने के बावजूद उसका बजट भी नहीं पास हो हो सका है. जिसकी वजह से लोगों को बदहाल सड़क से ही गुजरना पड़ रहा है. जब बारिश होती है तो सड़क के गड्ढों में पानी भर जाता है.


अलीगंज में मामा चौराहा से लेकर गोयल चौराहे तक इस सड़क को नगर निगम ने बनाने से इंकार कर दिया था, जबकि पीडब्ल्यूडी इसको पिछले करीब डेढ़ साल से नहीं बना रहा था. जिसकी वजह से लोग बहुत परेशान हैं. जब स्थानीय लोगों का बहुत अधिक दबाव पड़ा तो विधायक डॉ. नीरज बोरा और क्षेत्रीय पार्षद राघव राम तिवारी ने मिलकर इस सड़क का शिलान्यास कर दिया. यह शिलान्यास चार जून को हुआ. शानदार आयोजन किया गया. विधायक ने दावा किया था कि 15 दिन में सड़क की मरम्मत हो जाएगी. एक करोड़ रुपये इसके लिए पास भी हो गये हैं, लेकिन सड़क आज भी वैसे के वैसे ही है.

जानकारी देते संवाददाता ऋषि मिश्रा



ईटीवी भारत की टीम जब मौके पर पहुंची तब बुजुर्ग वेद प्रकाश सड़क को लेकर हो रही परेशानी बयां करने लगे. उन्होंने कहा कि लगता है कि जैसे या उम्र ही गुजर जाएगी, लेकिन यह सड़क नहीं बन पाएगी. लखनऊ जन कल्याण महासमिति के उपाध्यक्ष विवेक शर्मा ने बताया कि इसी तरह से जानकीपुरम की सड़कों का भी बहुत बुरा हाल है. वहां भी विधायक लगातार जनता को टाल रहे हैं. इसी तरह से इस सड़क को लेकर एके त्रिपाठी, एक गोयल, दीपक मिश्र, बाल जी मिश्र और सिद्धार्थ अग्रवाल ने भी अपनी अपनी पीड़ा सुनाई. सभी ने बताया कि बारिश में यहां पर कीचड़ हो जाता है. हालात खतरनाक हो जाते हैं. लगातार दुर्घटनाएं हो जाती हैं.

ये भी पढ़ें : स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर विवाद: कांग्रेस ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को बताया रबर स्टैंप

इस मामले में लाला लाजपत राय वार्ड के पार्षद राघव राम तिवारी का कहना है कि अभी तक केवल 10 फीसद बजट ही प्राप्त हो सका है. इस वजह से सड़क का निर्माण नहीं हो पा रहा है. इस मामले में क्षेत्रीय विधायक डॉ. नीरज बोरा से लगातार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. उनको इस संबंध में मैसेज भी किया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया.

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लखनऊ : खराब सड़कों पर चलना लखनऊ के लोगों की आदत हो गई है, लेकिन सड़क निर्माण को लेकर अब विधायक और पार्षद आम जनता से धोखाधड़ी कर रहे हैं. चार जून को राजधानी की एक सड़क का शिलान्यास किया गया था. जिसके बाद कहा गया था कि 15 दिन में उसकी मरम्मत हो जाएगी. लगभग एक महीना बीतने के बावजूद उसका बजट भी नहीं पास हो हो सका है. जिसकी वजह से लोगों को बदहाल सड़क से ही गुजरना पड़ रहा है. जब बारिश होती है तो सड़क के गड्ढों में पानी भर जाता है.


अलीगंज में मामा चौराहा से लेकर गोयल चौराहे तक इस सड़क को नगर निगम ने बनाने से इंकार कर दिया था, जबकि पीडब्ल्यूडी इसको पिछले करीब डेढ़ साल से नहीं बना रहा था. जिसकी वजह से लोग बहुत परेशान हैं. जब स्थानीय लोगों का बहुत अधिक दबाव पड़ा तो विधायक डॉ. नीरज बोरा और क्षेत्रीय पार्षद राघव राम तिवारी ने मिलकर इस सड़क का शिलान्यास कर दिया. यह शिलान्यास चार जून को हुआ. शानदार आयोजन किया गया. विधायक ने दावा किया था कि 15 दिन में सड़क की मरम्मत हो जाएगी. एक करोड़ रुपये इसके लिए पास भी हो गये हैं, लेकिन सड़क आज भी वैसे के वैसे ही है.

जानकारी देते संवाददाता ऋषि मिश्रा



ईटीवी भारत की टीम जब मौके पर पहुंची तब बुजुर्ग वेद प्रकाश सड़क को लेकर हो रही परेशानी बयां करने लगे. उन्होंने कहा कि लगता है कि जैसे या उम्र ही गुजर जाएगी, लेकिन यह सड़क नहीं बन पाएगी. लखनऊ जन कल्याण महासमिति के उपाध्यक्ष विवेक शर्मा ने बताया कि इसी तरह से जानकीपुरम की सड़कों का भी बहुत बुरा हाल है. वहां भी विधायक लगातार जनता को टाल रहे हैं. इसी तरह से इस सड़क को लेकर एके त्रिपाठी, एक गोयल, दीपक मिश्र, बाल जी मिश्र और सिद्धार्थ अग्रवाल ने भी अपनी अपनी पीड़ा सुनाई. सभी ने बताया कि बारिश में यहां पर कीचड़ हो जाता है. हालात खतरनाक हो जाते हैं. लगातार दुर्घटनाएं हो जाती हैं.

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इस मामले में लाला लाजपत राय वार्ड के पार्षद राघव राम तिवारी का कहना है कि अभी तक केवल 10 फीसद बजट ही प्राप्त हो सका है. इस वजह से सड़क का निर्माण नहीं हो पा रहा है. इस मामले में क्षेत्रीय विधायक डॉ. नीरज बोरा से लगातार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. उनको इस संबंध में मैसेज भी किया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया.

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