लखनऊ: राजधानी के बड़े इमामबाड़े में एक युवती का डांस करने का वीडियो शुक्रवार को वायरल हुआ था. वीडियो वायरल होने के बाद धर्मगुरुओं ने इस पर सख्त नाराजगी जताई थी. तमाम उलेमाओं ने इमामबाड़े के रखरखाव करने की जिम्मेदारी लेने वाली संस्था हुसैनाबाद ट्रस्ट के आला अफसरों को खूब लताड़ा था. धर्मगुरुओं की नाराजगी का असर ये हुआ कि अगले ही दिन यानी आज शनिवार से किसी को भी बिना सिर ढके इमामबाड़े में जाने की अनुमति नहीं दी गयी.
शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना यासूब अब्बास ने इस मुद्दे पर सख्त बयान जारी कर कहा कि ट्रस्ट के लोगों को यह समझना होगा कि इमामबाड़ा केवल टूरिस्ट प्लेस नहीं है, वह धार्मिक जगह है. वहां पर इस तरह का वीडियो वायरल होना बेहद दुख देने वाला है. हुसैनाबाद ट्रस्ट के अफसरों को इस पर ध्यान देना होगा.
मामला जब ज्यादा तूल पकड़ने लगा तो शनिवार को हुसैनाबाद ट्रस्ट के आला अफसरों ने इमामबाड़े के भीतर दाखिल होने वाले पर्यटकों को सिर ढकने के लिए दुपट्टे बांटे. महिलाओं से इस बात की अपील की गई कि लोग सिर ढककर ही इमामबाड़े में दाखिल हों. साथ ही साथ शॉर्ट स्कर्ट या मिनी स्कर्ट पहनकर आने वाली महिलाओं को इमामबाड़े के भीतर दाखिल होने की इजाजत नहीं दी जा रही है.
असल में इमामबाड़े धार्मिक लिहाज से बहुत पवित्र जगह माने जाते हैं. इसके साथ ही साथ इमामबाड़े के अंदर भी लोगों को फोटो खींचने की इजाजत नहीं दी जा रही है. आपको बता दें कि कल के वीडियो वायरल होने के बाद से लखनऊ में मामला बेहद गर्म है. हुसैनाबाद ट्रस्ट के अफसरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए धर्मगुरुओं ने इस वीडियो की जांच कराकर कार्रवाई की भी मांग की है.
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सुरक्षा लिहाज से ढुलमुल रवैया अख्तियार करने वाले हुसैनाबाद ट्रस्ट को यह बात समझनी चाहिए कि धार्मिक स्थलों पर इस तरह की लापरवाही निंदनीय है. इस बात का जिक्र करते हुए तमाम धर्मगुरुओं ने वहां पर काम करने वाले गाइड और कर्मचारियों को भी सख्त नसीहत दी है.