लखनऊ : एसजीपीजीआई की इमरजेंसी में गंभीर मरीजों की भर्ती आसानी से हो सकेगी. यहां अब बेडों के संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसको लेकर नए इमरजेंसी ब्लॉक में भर्ती शुरू कर दी गई है.
संस्थान के निदेशक डॉ. आरके धीमान ने फीता काटा. उन्होंने कहा कि अभी तक पीजीआई की पुरानी बिल्डिंग में अस्थाई रूप से 30 बेड की इमरजेंसी चलाई जा रही थी. अब इमरजेंसी विभाग को पूरी तरह से नए भवन में शिफ्ट कर दिया गया है. अभी यहां स्टाफ का संकट है. धीरे-धीरे बेड बढ़ाए जाएंगे. कुल 210 बेड इमरजेंसी के होंगे. इससे पहले नई बिल्डिंग में नेफ्रोलॉजी और यूरोलॉजी विभाग बीते हफ्ते से ही क्रियाशील हो गए थे. यह भवन 558 बेड का है. इसमें 348 बेड का गुर्दा प्रत्यारोपण केंद्र भी है.
फार्मासिस्टों के तबादले का आदेश जारी : केजीएमयू में सस्ती दवाओं के कुल 13 स्टोर हैं. इनमें 22 फार्मासिस्ट तैनात हैं. इन सभी के तबादलों की सूची जारी की गई है. खास बात ये है कि इसमें कई कर्मचारी ऐसे थे जो जब से एचआरएफ शुरू हुआ है तब से एक ही पटल पर जमे हुए थे. एचआरएफ स्टोर की दवा बाहर बेचने के मामले की जांच के बाद इन सभी के तबादले किये गए हैं.
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दरअसल, केजीएमयू के एचआरएफ स्टोर की दवा बाहर दलालों के बेचने का मामला सामने आया था. पिछले महीने इसकी शिकायत केजीएमयू में की गई थी. इसके बाद कुलपति डॉ. बिपिन पुरी ने जांच कमेटी गठित की थी. कमेटी ने शुरुआती जांच में कुल नौ फार्मासिस्ट व कर्मचारियों को हटा दिया गया था.
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