लखनऊ: 12वीं की छात्रा के साथ 3 घंटे तक हैवानियत (Violence with girl student for 3 hours in Lucknow) के आरोपी ऑटो चालक (lucknow gang rape case accused auto driver) और उसके साथी की पहचान हो गई है. पुलिस ने ऑटो भी बरामद कर लिया है. सीपी प्राची सिंह के नेतृत्व में ऑटो में पीछे बैठे आरोपी आकाश तिवारी को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी खुद भी ऑटो चालक है. दूसरे मुख्य आरोपी ऑटो चालक की तलाश में लगातार पुलिस की टीम जुटी हुई है. दोनो ने मिलकर छात्रा के साथ गैंगरेप किया था. वहीं, डीसीपी ईस्ट प्राची सिंह ने पीड़िता की शिकायत को अनसुना करने के चलते हुसड़िया चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है.
नाबालिग से गैंगरेप (Lucknow Minor gang raped in auto) करने वाले ऑटो चालक और उसके साथी की पुलिस ने पहचान कर ली है. गैंगरेप के दोनों आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं. वहीं, जिस ऑटो में लड़की के साथ गैंग रेप किया गया था. उसे पुलिस ने बरामद कर लिया है. लेकिन अधिकारियों द्वारा उन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं गई है. जिन्होंने गैंगरेप की पीड़िता को 18 घंटे तक एफआईआर दर्ज करने को लेकर गुमराह किया था.
पीड़िता ने बताया कि, 15 अक्टूबर की शाम करीब 6 बजे पर कथौता इलाके में घर जाने के लिये उसने एक ऑटो लिया था. हुसड़िया चौराहे के पास पहुंचते ही ड्राइवर ने ऑटो को शहीद पथ पर मोड़ लिया. इस पर उसने ड्राइवर को गलत दिशा में जाने के लिए टोका. तभी ड्राइवर ने सवारी लेने की बात कही और आगे निकल गया. पीड़िता को ऑटो वाले पर शक हुआ तो उसने शोर मचाना शुरू कर दिया था. तभी ऑटो चालक और उसके साथी ने लड़की को धमकाया, लेकिन पीड़िता फिर भी चुप नहीं हुई तो उसके सिर पर किसी भारी चीज से हमला कर दिया. इससे वह बेहोश हो गई.
उसके बाद दोनों आरोपी पीड़िता (Girl gang rape in Lucknow) को ऑटो से उतारकर सुशांत गोल्फ सिटी के प्लासियो मॉल के पास झाड़ियों में लेकर गए. वहां दोनों आरोपियों ने 3 घंटे तक रेप किया. इससे पीड़िता की बॉडी पर कई चोटें भी आई. उसके बाद CNG पंप के पास उसे उतार कर दूसरा व्यक्ति ऑटो में CNG भरवाने चला गया. उसके बाद में हुसड़िया चौराहे पर लड़की को फेंक दिया. पुलिसकर्मी पीड़िता को टरकाते रहे. पीड़िता ने बताया कि, होश में आने के बाद उसने अपने परिजनों को कॉल किया और डायल 112 से मदद मांगने पर सिपाही उसे कठौता तक ले गए. उसके बाद वापस आकर फिर वहीं छोड़ दिया. लड़की किसी तरह अपने घर पहुंची. वहीं, परिजन लड़की को लेकर गोमती नगर थाने के हुसड़िया चौराहे पर बने पुलिस बूथ लेकर गए. लेकिन पुलिसकर्मियों ने घटना स्थल विभूतिखंड का बता कर उन्हें वहां से चलता कर दिया गया. पीड़िता जब विभूतिखंड थाने पहुंची तो वहां भी उसे घटना सुशांत गोल्फ सिटी का बताते हुए भेज दिया गया.
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सुशांत गोल्फ सिटी जाने पर भी पीड़िता (Girl student raped in Lucknow) की सुनवाई नहीं हो पाई थी. लड़की के रिश्तेदारों ने बताया कि उसके पिता की तबीयत ठीक नहीं है. लड़की जिले के अच्छे स्कूल में पढ़ती है और बीते कई महीनों से स्कूल की फीस जमा नहीं हुई थी. फीस जमा करने के लिए लड़की ट्यूशन भी पढ़ाती थी. लेकिन पुलिस मामले में FIR दर्ज करने से बचती रही. परिजन घटना की जानकारी होने के बाद दूसरे दिन 16 अक्टूबर को फिर से विभुतीखंड थाने गए थे. पुलिसकर्मियों ने परिजनों को बदनामी होने की बात कहते हुए FIR नहीं लिखवाने की सलाह दी. यह मामला प्रमुख सचिव गृह के संज्ञान में आते ही FIR दर्ज की गई. पीड़िता के साथ हुई दरिंदगी और पुलिस की लापरवाही पर प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने तुरंत संज्ञान लेते हुए FIR दर्ज करने के निर्देश दिए. विभूतिखंड थाने के इंस्पेक्टर राम सिंह का कहना है कि छात्रा की तहरीर पर FIR दर्ज कर ली गई है. दोनों आरोपियों की शिनाख्त कर ली गई है. युवकों की पहचान आकाश और इमरान के रूप में हुई है.
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