लखनऊ: शहर में फ्लैट के रेट पिछले 12 साल में दोगुने हो गए. इनका निर्माण साल 2014 तक पूरा हो गया था, लेकिन पंजीकरण साल 2010 में हुआ था. इन फ्लैटों का पंजीकरण शुरू होने के साथ ही रेट फाइनल किए गए थे, जिसमें 18 लाख रुपये की कीमत तक के फ्लैट के दाम अब 40 लाख रुपये तक पहुंच गए हैं और 53 लाख तक के फ्लैट के दाम सवा करोड़ रुपये हो गए हैं.
लखनऊ विकास प्राधिकरण (lucknow development authority) का कहना है, कि जिस तरह से बाजार में महंगाई बढ़ रही है ठीक उसी तरह से लखनऊ विकास प्राधिकरण के फ्लैटों के दाम उतनी तेजी से नहीं बढ़े हैं हालांकि लेकिन आम आदमी के लिए LDA के फ्लैट पहुंच के बाहर होते जा रहे हैं.
मुख्य रूप से गोमती नगर विस्तार के बेतवा अपार्टमेंट, अलकनंदा अपार्टमेंट, गंगा, कावेरी, सतलज, शिप्रा, ग्रीनवुड, वनस्थली, सुलभ आवास योजना, ट्रांसपोर्ट नगर, सुलभ आवास योजना (accessible housing scheme), रजनी खंड सुलभ आवास योजन कानपुर रोड, नेहरू एनक्लेव गोमती नगर, धेनुमति अपार्टमेंट, डालीबाग सुलभ आवास योजना सेक्टर 1, गोमती नगर विस्तार सुलभ आवास, योजना सेक्टर 4 गोमती नगर विस्तार योजना, सेक्टर 6 गोमती नगर विस्तार अपना घर योजना, गोमती नगर विस्तार पंचशील अपार्टमेंट, विकल्प खंड गोमती नगर विस्तार योजना की बुकिंग शुरू हो चुकी है.
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इस तरह से बढ़े फ्लैटों के दाम: तिलक मार्ग की धेनुमति अपार्टमेंट योजना का फ्लैट 2010 में 53 लाख रुपये की कीमत में बेचा गया था. अब इसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपये पहुंच चुकी है. इसी तरह से रिवर व्यू अपार्टमेंट में जिन फ्लैटों की कीमत 18 से 20 लाख रुपये थी. वह अब 40 लाख रुपये पर पहुंच चुके हैं. 15 लाख वाले सुलभ आवास की कीमत 25 लाख रुपये हो चुकी है. निर्बल आय वर्ग के 300 वर्ग फीट के फ्लैट की कीमत 10 लाख रुपये के करीब है. इस तरह से एलडीए में फ्लैटों की कीमत बढ़ती गई. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि एलडीए एक व्यवसायिक संस्था है इसलिए मार्किट रेट के हिसाब से हमारे दाम भी बढ़ते हैं. यह एक प्रक्रिया है, जिससे कॉस्ट बढ़ती है.
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