लखनऊ : विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने लोगों की समस्याओं को सुना और प्रकरणों के निस्तारण के लिए सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया. उपाध्यक्ष ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा जल्द ही काॅलोनियों में कैंप लगाकर लोगों को भवनों के मानचित्र स्वीकृत कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. साथ ही उन्हें इसकी प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी जाएगी.
मुख्य नगर नियोजक नितिन मित्तल ने बताया कि ऑनलाइन बिल्डिंग प्लान अप्रूवल सिस्टम (ओबीपीएस) पर मानचित्रों के निस्तारण के सम्बन्ध में प्रत्येक माह के प्रथम गुरुवार को मानचित्र समाधान दिवस का आयोजन किये जाने का निर्णय लिया है. गोमती नगर के विपिन खंड स्थित लखनऊ विकास प्राधिकरण भवन के भूतल स्थित कमेटी हाल में मानचित्र समाधान दिवस का आयोजन किया गया था. इस मौके पर कुल 31 प्रकरणों का निस्तारण किया गया. इसमें से गोमती नगर, महानगर, जानकीपुरम, मानस सिटी, रामतीर्थ मार्ग, अंसल हाउसिंग और गार्डेन-वे क्षेत्र के 14 मानचित्र स्वीकृत किये गए. इसके अलावा 5 मानचित्र निर्गत किए गए, जबकि 11 प्रकरणों में आपत्तियों का निस्तारण किया गया. उन्होंने बताया कि एक मामला साॅफ्टवेयर से सम्बन्धित था, जिसके निराकरण के लिए मेसर्स साफ्टेक के प्रतिनिधि को निर्देशित किया गया.
आर्किटेक्ट के साथ होगी वर्कशाॅप : उपाध्यक्ष ने बताया कि कई ऐसे प्रकरण संज्ञान में आये हैं जहां आर्किटेक्टों द्वारा भवन विधि व उपविधि का पालन न करते हुए गलत नक्शा बनाकर जमा किया गया. इससे नक्शा बार-बार रिजेक्ट होता है और प्रक्रिया लंबे समय तक अवरोधित रहती है. उन्होंने इसके लिए मुख्य नगर नियोजक को निर्देशित किया कि आर्किटेक्ट एसोसिएशन के साथ वार्ता करके इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक वर्कशाॅप आयोजित की जाए. इसमें सभी आर्किटेक्टों को बुलाकर उन्हें प्रत्येक बिन्दुओं की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जाए. जिससे कि आम लोगों को मानचित्र स्वीकृत कराने में किसी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े.
ये भी पढ़ें : सेंटीनियल कॉलेज विवादः डीएम के आदेश के बावजूद शिक्षकों और छात्रों से बदसलूकी
उपाध्यक्ष डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि कई लोग भवन बनाने के लिए प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराना चाहते हैं, लेकिन जानकारी के आभाव में वह ऐसा नहीं कर पाते हैं. इसके लिए प्राधिकरण द्वारा काॅलोनियों में कैम्प लगाकर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जाएगा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप