लखनऊ: उत्तर प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर लक्ष्मीकांत बाजपेई ने अपनी ही सरकार के ऊर्जा विभाग पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि बिजली विभाग के अधिकारी घालमेल करके उपभोक्ताओं को परेशान कर रहे हैं. उनके साथ अन्याय किया जा रहा है. इस संबंध में उन्होंने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को पत्र लिखकर सारी चीजों से अवगत अवगत कराया है.
तुलनात्मक अध्ययन जरूरी-
उन्होंने कहा कि उचित होगा कि कम से कम प्रत्येक बिजली घर के प्रत्येक 10 कनेक्शन के बिलों को चेक करके देखा जाना चाहिए. जिससे पता चल सके कि इलेक्ट्रानिक मीटर से उपभोक्ता का कितना बिल आता था. और स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता का कितना बिल आ रहा है. इसका तुलनात्मक अध्ययन किया जाना आवश्यक है.
ऊर्जा मंत्री ने पत्र का लिया संज्ञान-
इसके अलावा उन्होंने बिजली चोरी के छापे को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि बिजली चोरी रोकने के लिए छापे पड़ते हैं. इसमें कोई आपत्ति नहीं है, बिजली चोरी रोकी ही जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि बिजली चोरी के लिए छापे पड़ते हैं और मीटर उतारकर लैब में लाया जाता है. उपभोक्ता को बुलाया जाता है. उतारे गए मीटर की सील बिल्कुल ठीक है, नंबर सील दो टेम्पर्ड है, नंबर तीन सील टूटी है. अगर सील टूटी हुई नहीं है तो फिर उपभोक्ता की कोई गलती नहीं है. उसे प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए. ऐसे ही तमाम बिंदुओं पर पूर्व अध्यक्ष ने ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया है. हालांकि ऊर्जा मंत्री ने उनके इस पत्र का संज्ञान लिया है और अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है.
हमारी सरकार चाहती है कि पार्टी के जो भी कार्यकर्ता या नेता हैं. अगर उनको कहीं कोई कमी दिखती है तो उससे सरकार को अवगत कराएं. डॉक्टर बाजपेई ने यही काम किया है, जो कमियां थी उसको लेकर उन्होंने ऊर्जा विभाग को अवगत करा दिया है. निश्चित तौर पर ऊर्जा विभाग इस संबंध में कार्रवाई करेगा.-हीरो बाजपेई, प्रवक्ता, भाजपा, यूपी