लखनऊ: यूपी सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए लाख कोशिश कर ले, लेकिन सरकारी कर्मचारी रिश्वतखोरी से बाज नहीं आ रहे. क्योंकि सभी विभागों में हर एक काम के लिए अमीर हो या गरीब सबसे मोटी रकम ऐंठी जाती है. ऐसा ही मामला लखनऊ में आया है. सैरपुर कोतवाली में तैनात दारोगा को घूस लेते हुए एंटीकरप्शन की टीम ने पकड़ लिया है. दारोगा ने एफआईआर से नाम हटाने के लिए 7 हजार की घूस (inspector asked for 7 thousand bribe) मांगी थी.
सैरपर थाने में तैनात दारोगा योगेश सिंह ने एक केस में से नाम हटवाने के लिए 7000 हजार रुपये की घूस मांगी थी. दारोगा अपने कार्यालय में बहुमऊ के विजेंद्र कुमार से केस में से नाम हटवाने के लिए रिश्वत ले रहा था. इसी दौरान थाने से कुछ दूरी पर चाय की दुकान से निगरानी कर रही एंटीकरप्शन की टीम ने दारोगा को रंगे हाथो दबोच लिया.
यह भी पढे़ं:बागपत: ग्राम पंचायत सचिव का रिश्वत लेते वीडियो वायरल
दारोगा को अरेस्ट कराने वाले विजेंद्र कुमार ने बताया कि थाने के सब इंस्पेक्टर योगेश सिंह को 7 हजार रुपये की रिश्वत के साथ एंटी करप्शन की टीम मौके से अरेस्ट कर अपनी कार में बैठाकर थाने ले गई. कोतवाली में कई घंटे तक लिखा-पढ़ी होती रही. देर शाम को टीम कोतवाली में एफआईआर दर्ज कर दारोगा को अपने साथ ले गई.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप