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राजधानी में फैला फंगल इंफेक्शन, ओपीडी में बढ़े मरीज, ऐसे करें बचाव - fungal infection

राजधानी में तेजी से फंगल इंफेक्शन (fungal infection) फैल रहा है. रोजाना लगभग 500 लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में करीब 40 फीसद मरीज फंगल इंफेक्शन के आ रहे हैं.

ओपीडी में बढ़े मरीज
ओपीडी में बढ़े मरीज
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Published : Sep 24, 2022, 5:49 PM IST

Updated : Sep 24, 2022, 6:30 PM IST

लखनऊ : राजधानी में तेजी से फंगल इंफेक्शन (fungal infection) फैल रहा है. रोजाना लगभग 500 लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में करीब 40 फीसद मरीज फंगल इंफेक्शन के आ रहे हैं. डॉक्टरों ने बारिश में सावधानी बरतने की सलाह दी है. बलरामपुर अस्पताल के त्वचा रोग विभाग की ओपीडी में रोजाना 500 से अधिक मरीज आ रहे हैं. सिविल अस्पताल में नए और पुराने 350 से अधिक मरीज त्वचा रोग विभाग की ओपीडी में आ रहे हैं. लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी बताते हैं कि त्वचा रोग विभाग में 200 से 225 मरीज रोज ओपीडी में आ रहे हैं. इनमें 70 फीसदी मरीज खुजली व फंगल इंफेक्शन के आ रहे हैं.

सिविल अस्पताल में त्वचा रोग विभाग के डॉ. एके गुप्ता ने कहा कि बारिश में भीगने के बाद गीले कपड़े लोग काफी देर तक पहने रहते हैं. यह लापरवाही त्वचा पर भारी पड़ रही है. इधर बीच मौसस में नमी बनी हुई है. इससे फंगल इंफेक्शन की आशंका बढ़ जाती है. वह बताते हैं कि ओपीडी में बहुत से लोग ऐसे आ रहे जिनके शरीर के कई अंग में संक्रमण बुरी तरह फैल चुका होता है. खुजली की वजह से काफी परेशानी होती है. शरीर में बड़े-बड़े चक्कते पड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में ज्यादा मरीज हैं. कई बार ऐसा होता है कि ओपीडी खत्म होने के बाद भी हमें मरीज को देखना पड़ता है, क्योंकि मरीजों की संख्या अधिक हो रही है.

जानकारी देते सिविल अस्पताल के डॉ. एके गुप्ता

बाराबंकी से इलाज कराने के लिए सिविल अस्पताल पहुंचे कृष्णकांत ने बताया कि हर साल बरसात के मौसम में उन्हें फंगल इंफेक्शन हो जाता है. जब बारिश होती है उसी के साथ यह इंफेक्शन शुरू होता है. फिर साल भर इसी तरह दवाई चलती रहती है. इस वक्त सिविल अस्पताल में इलाज के लिए आए हैं. लेकिन दो दवा अस्पताल में मिली बाकी के तीन दवा बाहर से लेनी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि दवा काउंटर में बैठे कर्मचारियों ने बताया कि दवाई का स्टॉक खत्म है. बिजनौर की स्नेहा दुबे ने बताया कि सिविल अस्पताल की दवाएं काफी अच्छी होती हैं. यहां के डॉक्टर जो दवाई लिख देते हैं उससे जल्दी आराम मिलता है. सभी दवायें मिल गई हैं. सिर्फ एक दवा अस्पताल में नहीं मिली है, जिसे बाहर से लेनी पड़ेगी.

ऐसे करें बचाव

- पसीने से कपड़े भीग गए हैं तो तुरंत बदल लें.

- एक दिन में दो बार जरूर कपड़े बदलें.

- हाथ और पैर के नाखून को हमेशा काटें.

यह भी पढ़ें : सीएम योगी बोले, प्राकृतिक खेती करने वालों को अलग बाजार दिया जाएगा

- कमर और गर्दन के हिस्से को हमेशा सूखा रखें.

- एंटी फंगल क्रीम सलाह लेकर ही लगाएं.

यह भी पढ़ें : सड़कों पर लगा जाम तो मोबाइल में मिलेगा अलर्ट, यूपी पुलिस ने किया MoU

लखनऊ : राजधानी में तेजी से फंगल इंफेक्शन (fungal infection) फैल रहा है. रोजाना लगभग 500 लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में करीब 40 फीसद मरीज फंगल इंफेक्शन के आ रहे हैं. डॉक्टरों ने बारिश में सावधानी बरतने की सलाह दी है. बलरामपुर अस्पताल के त्वचा रोग विभाग की ओपीडी में रोजाना 500 से अधिक मरीज आ रहे हैं. सिविल अस्पताल में नए और पुराने 350 से अधिक मरीज त्वचा रोग विभाग की ओपीडी में आ रहे हैं. लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी बताते हैं कि त्वचा रोग विभाग में 200 से 225 मरीज रोज ओपीडी में आ रहे हैं. इनमें 70 फीसदी मरीज खुजली व फंगल इंफेक्शन के आ रहे हैं.

सिविल अस्पताल में त्वचा रोग विभाग के डॉ. एके गुप्ता ने कहा कि बारिश में भीगने के बाद गीले कपड़े लोग काफी देर तक पहने रहते हैं. यह लापरवाही त्वचा पर भारी पड़ रही है. इधर बीच मौसस में नमी बनी हुई है. इससे फंगल इंफेक्शन की आशंका बढ़ जाती है. वह बताते हैं कि ओपीडी में बहुत से लोग ऐसे आ रहे जिनके शरीर के कई अंग में संक्रमण बुरी तरह फैल चुका होता है. खुजली की वजह से काफी परेशानी होती है. शरीर में बड़े-बड़े चक्कते पड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में ज्यादा मरीज हैं. कई बार ऐसा होता है कि ओपीडी खत्म होने के बाद भी हमें मरीज को देखना पड़ता है, क्योंकि मरीजों की संख्या अधिक हो रही है.

जानकारी देते सिविल अस्पताल के डॉ. एके गुप्ता

बाराबंकी से इलाज कराने के लिए सिविल अस्पताल पहुंचे कृष्णकांत ने बताया कि हर साल बरसात के मौसम में उन्हें फंगल इंफेक्शन हो जाता है. जब बारिश होती है उसी के साथ यह इंफेक्शन शुरू होता है. फिर साल भर इसी तरह दवाई चलती रहती है. इस वक्त सिविल अस्पताल में इलाज के लिए आए हैं. लेकिन दो दवा अस्पताल में मिली बाकी के तीन दवा बाहर से लेनी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि दवा काउंटर में बैठे कर्मचारियों ने बताया कि दवाई का स्टॉक खत्म है. बिजनौर की स्नेहा दुबे ने बताया कि सिविल अस्पताल की दवाएं काफी अच्छी होती हैं. यहां के डॉक्टर जो दवाई लिख देते हैं उससे जल्दी आराम मिलता है. सभी दवायें मिल गई हैं. सिर्फ एक दवा अस्पताल में नहीं मिली है, जिसे बाहर से लेनी पड़ेगी.

ऐसे करें बचाव

- पसीने से कपड़े भीग गए हैं तो तुरंत बदल लें.

- एक दिन में दो बार जरूर कपड़े बदलें.

- हाथ और पैर के नाखून को हमेशा काटें.

यह भी पढ़ें : सीएम योगी बोले, प्राकृतिक खेती करने वालों को अलग बाजार दिया जाएगा

- कमर और गर्दन के हिस्से को हमेशा सूखा रखें.

- एंटी फंगल क्रीम सलाह लेकर ही लगाएं.

यह भी पढ़ें : सड़कों पर लगा जाम तो मोबाइल में मिलेगा अलर्ट, यूपी पुलिस ने किया MoU

Last Updated : Sep 24, 2022, 6:30 PM IST
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