लखनऊ: जहां एक तरफ राजधानी लखनऊ की पुलिस दावा कर रही है कि क्राइम काफी हद तक कंट्रोल हुआ है. तो वहीं अपराधी पुलिस को अपराध करके खुली चुनौती दे रहे हैं. मामला राजधानी लखनऊ के गोसाईगंज का है. जहां रिपन कंसल नाम के व्यक्ति के कर्मचारियों से 34.50 लाख रुपये की लूट हुई थी. पीड़ित ने गोसाईगंज थाने में इसकी तहरीर दी थी. लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद पुलिस के हाथ अभी तक खाली है.
यह मामला दो अगस्त को सुबह नौ बजे का है. जब पीड़ित ने अपने चालक कमलेश को मुनीम के साथ बेचे गए माल की बकाया रकम लेने के लिए सुलतानपुर और अमेठी भेजा था. वसूली करके वापस लौट रहा चालक हैदरगढ़ जनपद बाराबंकी में गाड़ी खड़ी करके पान मसाला खरीदने के लिए बहार गया. उसके बाद जब वो वापस आया तो तीन बदमाश उसकी कार में जबरन घुस गए और ड्राइवर से गाड़ी चलाने को कहा.
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उन्होंने मुनीम के साथ मारपीट की और मुनीम के हाथ-पैर बांध दिए और रुपयों से भरा बैग छीन लिया. इसके बाद वो अपनी चार पहिया गाड़ी से चले गए. घटना के बाद ड्राइवर और मुनीम व्यापारी के घर पहुंचे. तब उन्होंने पूरी आपबीती बतायी. पीड़ित व्यापारी दोनों को लेकर गोसाईगंज थाने पहुंचा और वहां पर पुलिस को तहरीर दी.
चार दिन बाद भी मामला वहीं अटका हुआ है. पुलिस जल्द ही अपराधी को पकड़ने के दावा तो कर रही है. लेकिन कार्रवाई अभी तक वहीं पर अटकी हुई है. पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. पुलिस अब तक इस मामले को दबाए हुए बैठी थी. मामला सामने आने के बाद गोसाईगंज इंस्पेक्टर अमरनाथ वर्मा का कहना है कि इस मामले में कुछ बदमाशों की तलाश की जा रही है. उन्होंने दावा किया है कि इस वारदात का जल्द खुलासा किया जाएगा.