लखनऊः राजधानी स्थित तहसील सरोजनीनगर में राजस्व के गोपनीय अभिलेखों में कूटरचित तरीके से करोड़ों रुपये की हेराफेरी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिसके बाद अपरजिलाधिकारी प्रशासन के आदेश पर सरोजनीनगर तहसीलदार ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया है. फिलहाल, अभी एफआईआर में किसी का नाम नहीं लिखा गया है. जांच के बाद एफआईआर में नाम बढ़ाया जायेगा.
मिली जानकारी के अनुसार, सरोजनीनगर तहसील स्थित ग्राम अहिमामऊ में भूमि खाता संख्या 00500 पर अंकित गाटा संख्या 416/2 आरती आदि के नाम अंकित है. गाटा संख्या 416/3 जो मदन के नाम अंकित है. दोनों गाटा संख्या पर अंतिम आदेश असंक्रमणीय से संक्रमणीय है. आरोप है कि मौजूद समय में नियुक्त अधिकारी व कर्मचारियों के हस्ताक्षर अज्ञात व्यक्ति द्वारा छल व कूटरचित तरीके से तैयार किये गये हैं. जिसके सम्बन्ध में तत्कालीन अधिकारी कर्मचारियों ने शपथपत्र दिया है. शपथ पत्र में कहा है कि पत्रावलियों पर जो हस्ताक्षर हैं वह उनके नहीं हैं. किसी व्यक्ति द्वारा व्यक्ति विशेष को लाभ देने के लिए अभिलेख में हेराफेरी की गई है. सरोजनीनगर तहसील के तहसीलदार विजय कुमार सिंह ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ सरोजनीनगर थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया है. जिसकी जांच अतिरिक्त इंस्पेक्टर तेज बहादुर सिंह को दी गयी है.
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जानकारों का कहना है कि इस मामले में तहसील के गोपनीय दस्तावेजों पर करोड़ों रुपये की भूमि की हेराफेरी बिना किसी अधिकारी व कर्मचारी के मिलीभगत के सम्भव नहीं है. इसमें निश्चित ही किसी विभागीय अधिकारी व कर्मचारी का हाथ हो सकता है. फिलहाल मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.
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