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भतीजे ने प्रॉपर्टी के लालच में अपने मित्र के साथ मिलकर की थी चाची की हत्या - पुलिस ने किया गिरफ्तार

राजधानी के पारा थाना क्षेत्र के मर्दन खेड़ा मोहल्ले में 20 अगस्त की रात हुई चंद्रावती यादव की हत्या का पुलिस ने 84 घंटों के अंदर खुलासा किया है. इस मामले में पुलिस ने सगे भतीजे व उसके साथी को गिरफ्तार किया है.

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Published : Aug 24, 2022, 10:33 PM IST

लखनऊ : राजधानी के पारा थाना क्षेत्र के मर्दन खेड़ा मोहल्ले में 20 अगस्त की रात हुई चंद्रावती यादव की हत्या का पुलिस ने 84 घंटों के अंदर खुलासा किया है. इस मामले में पुलिस ने सगे भतीजे व उसके साथी को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही पुलिस ने घर से लूटे गए भारी मात्रा में जेवरात, साढ़े नौ हजार की नकदी, घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल, दो मोबाइल बरामद किये हैं.

पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए अवधेश यादव ने साल 2002 में सरोजिनीनगर के अमौसी में स्टैंड संचालक अवधेश मिश्रा का अपहरण कर उनकी हत्या की थी. अवधेश मिश्रा की लाश अब तक बरामद नहीं हुई है. पुलिस ने बताया कि अवधेश यादव ने ही 2019 में जुलेखा नाम की महिला की हत्याकर उसका शव सईं नदी में फेंक दिया था. अवधेश यादव के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए अवधेश के साथी एमएससी के छात्र अजय श्रीवास्तव के खिलाफ भी हत्या सहित तीन मुकदमे दर्ज हैं.

यह भी पढ़ें : देश की पहली लेडी डाॅन जिससे कांपते थे देश के बड़े बड़े व्यापारी, जानिये अनसुनी कहानी

बताया जा रहा है कि 20 अगस्त की रात अवधेश यादव अपने मित्र अजय श्रीवास्तव के साथ चाची चंद्रावती यादव के घर आया था और उसने अपनी चाची से मकान और जमीन अपने नाम करने के लिए दबाव बनाया था. चाची के इनकार करने के बाद कलयुगी भतीजे ने अपने साथी अजय श्रीवास्तव के साथ मिलकर बुजुर्ग की मुंह दबाकर हत्या कर दी थी और अलमारी में रखे उनके लाखों रुपए की कीमत के जेवरात लूट लिए थे. पुलिस के अनुसार, शातिर अपराधी अवधेश यादव और उसके साथी अजय श्रीवास्तव ने चंद्रावती की हत्या से पहले अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया था, ताकि पुलिस को उनकी लोकेशन पता ना चल सके.

यह भी पढ़ें : धरा रह गया पुलिस कमिश्नर का आदेश, आधा दर्जन से ज्यादा रूटों पर फिर दौड़ने लगे ई रिक्शा

लखनऊ : राजधानी के पारा थाना क्षेत्र के मर्दन खेड़ा मोहल्ले में 20 अगस्त की रात हुई चंद्रावती यादव की हत्या का पुलिस ने 84 घंटों के अंदर खुलासा किया है. इस मामले में पुलिस ने सगे भतीजे व उसके साथी को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही पुलिस ने घर से लूटे गए भारी मात्रा में जेवरात, साढ़े नौ हजार की नकदी, घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल, दो मोबाइल बरामद किये हैं.

पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए अवधेश यादव ने साल 2002 में सरोजिनीनगर के अमौसी में स्टैंड संचालक अवधेश मिश्रा का अपहरण कर उनकी हत्या की थी. अवधेश मिश्रा की लाश अब तक बरामद नहीं हुई है. पुलिस ने बताया कि अवधेश यादव ने ही 2019 में जुलेखा नाम की महिला की हत्याकर उसका शव सईं नदी में फेंक दिया था. अवधेश यादव के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए अवधेश के साथी एमएससी के छात्र अजय श्रीवास्तव के खिलाफ भी हत्या सहित तीन मुकदमे दर्ज हैं.

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बताया जा रहा है कि 20 अगस्त की रात अवधेश यादव अपने मित्र अजय श्रीवास्तव के साथ चाची चंद्रावती यादव के घर आया था और उसने अपनी चाची से मकान और जमीन अपने नाम करने के लिए दबाव बनाया था. चाची के इनकार करने के बाद कलयुगी भतीजे ने अपने साथी अजय श्रीवास्तव के साथ मिलकर बुजुर्ग की मुंह दबाकर हत्या कर दी थी और अलमारी में रखे उनके लाखों रुपए की कीमत के जेवरात लूट लिए थे. पुलिस के अनुसार, शातिर अपराधी अवधेश यादव और उसके साथी अजय श्रीवास्तव ने चंद्रावती की हत्या से पहले अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया था, ताकि पुलिस को उनकी लोकेशन पता ना चल सके.

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