लखनऊ : कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाने का आह्वान किया है. लेकिन उत्तर प्रदेश के निजी शिक्षण संस्थान कोरोना वायरस को लेकर जारी की गई एडवाइजरी को लागू नहीं कर रहे हैं. राजधानी लखनऊ में शिक्षण संस्थान खोले जाने पर लखनऊ विश्वविद्यालय सहयोगी शिक्षक संघ (लुआक्टा) ने ऐसे संस्थानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है.
शुक्रवार को राजधानी स्थित हीरालाल यादव बालिका डिग्री कॉलेज खुला रहा. इसकी शिकायत लुआक्टा की ओर से शिक्षा विभाग में दर्ज कराई गई है. लुआक्टा के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय ने बताया कि कई अन्य शिक्षण संस्थानों के खुले होने की भी शिकायत मिली है. इन सभी संस्थानों पर कार्रवाई की जाएगी.
कोरोना को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय की 16 मार्च से शुरू होने वाली परीक्षाएं भी रोक दी गईं है, वाबजूद निजी संस्थान खोले जा रहे हैं. इस मामले में अगर सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं लिया गया तो, संगठन की ओर से मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी.